भाकपा माले ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप, बोले दीपंकर- ईडी को चुनाव की कमान सौंप बिहार घूम रहे गृहमंत्री
माले के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि देश के पांच चुनावी राज्यों में एनडीए की हालत पतली है. जनता ने भाजपा को नकार दिया है. बेचैनी में मोदी सरकार ने पांचों राज्यों की चुनाव कमान ईडी को सौंप दी है. इसका नतीजा है कि गृह मंत्री बिहार में घूम रहे हैं.
बेतिया. अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) की ओर से आयोजित सातवें राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने खुले सत्र को संबोधित करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार को उखांड फेंकने का आह्ववान किया. स्थानीय प्रेक्षागृह (बापू सभागार) में प्रतिनिधियों एवं विभिन्न संगठनों के नेताओं के बीच आयोजित इस सम्मेलन में भट्टाचार्य ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया. माले के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि देश के पांच चुनावी राज्यों में एनडीए की हालत पतली है. जनता ने भाजपा को नकार दिया है. बेचैनी में मोदी सरकार ने पांचों राज्यों की चुनाव कमान ईडी को सौंप दी है. इसका नतीजा है कि गृह मंत्री बिहार में घूम रहे हैं.
महत्वपूर्ण एजेंसियों का हो रहा है दुरुपयोग
दीपंकर ने कहा कि देश की महत्वपूर्ण एजेंसियों को पंगु बनाकर उसका दुरुपयोग किया जा रहा है. इतना ही नहीं इलेक्ट्रल बॉण्ड के जरिये देश में काला धन को सफेद किया जा रहा है. इसके संदर्भ में देश की जनता को जानना उनका हक अधिकार है. इसका सच सामने आने से देश में जारी निजीकरण के विभिन्न आयामों का सच भी बाहर आएगा. भट्टाचार्य ने कहा कि 2024 का चुनाव देश के लिए निर्णायक है. भारतीय लोकतंत्र खतरे में है, नागरिकों का अधिकार छीना जा रहा है. जनता की आवाज दबाई जा रही है. लोकतंत्र बचाने के लिए मोदी सरकार को सत्ता से हटाना होगा. उन्होंने कहा कि देश में विपक्षी एकता मजबूत हुई है एवं सत्ता एनडीए के खिलाफ इंडिया गठबंधन की सार्थक एकता बनी रहेगी.
भारत की विदेश नीति को पीएम मोदी ने रख दिया है गिरवी
माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने भारत की विदेश नीति को गिरवी रख दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी विदेश नीति को स्पष्ट करना चाहिए. एक ओर पुरी दुनिया गाजा में शांति के प्रयास में है तो पीएम मोदी यूएनओ में लाये गये शांति प्रस्ताव के पक्ष में अपना मत देने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. हमास इस समय कोई मुद्दा नही है बल्कि उसे खत्म करने के नाम पर जो नरसंहार हो रहा है उसे रोका जाना चाहिए. मोदी सरकार ने देश की विदेश नीति को इजरायल – अमेरिका के नाम गिरवी रख दी है. आज भी गाजा में नरसंहार का दौर जारी है. हमास को खत्म करने के नाम पर फिलीस्तीन में अबतक में 10 हजार हत्याएं हो चुकी है. मृतकों में 40 प्रतिशत बच्चे हैं.
10 फीसदी लोगों के पास ही कुल आबादी का 50 फीसदी हिस्सा
मौके पर अर्थशास्त्री प्रो. विकास विद्यार्थी ने कहा कि देश में अब गरीब-मजदूर- शोषितों के साथ-साथ मध्य वर्ग को भी लाल झंडा के नीचे आना होगा. तभी कंपनी राज का चक्रव्यूह टूटेगा. आज 10 फीसदी लोगों के पास ही कुल आबादी का 50 फीसदी हिस्सा है. 50 लाख एकड़ से अधिक जमीन सरप्लस निकल सकती है. देश-राज्य में फास्ट ट्रैक कोर्ट लगाकर सिलिंग के मामलों का निपटारा किया जाना चाहिए. वहीं अन्य तमाम वक्ताओं ने देश में सत्तारूढ़ सामंती – फासीवादी सरकार के विरोध में बिगुल फूंका. इसके पूर्व शहर में नागरिक रैली निकाली गई. इस दौरान कार्यकर्ताओं, नागरिकों और सांगठनिक नेताओं ने कलेक्ट्रेट स्थित अम्बेड़कर प्रतिमा स्थल पर माल्यार्पण किया.
ये रहे मौजूद
सम्मेलन को एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट के प्रो विकास विद्यार्थी, खेग्रामस के राष्ट्रीय संरक्षक पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, माले के वरीय नेता स्वदेश मट्टाचार्य, खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा, किसान महा सभा के राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह, ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, ऑल इंडिया स्कीम वर्कर एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि यादव, रसोइया संघ की राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे, खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यदेव राम, भोला प्रसाद दिवाकर आदि नेताओं ने संबोधित किया. संचालन खेग्रामस के प्रदेश अध्यक्ष सह सिकटा विधायक वीरेन्द्र गुप्ता ने किया.