दरभंगा एम्स के निदेशक को छह माह बाद भी नहीं मिला आवास, निर्माण का जायजा लेने इसी माह आयेगी केंद्रीय टीम
बिहार के दूसरे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की दरभंगा में स्थापना को लेकर चल रही कोशिशों के बीच स्थल अवलोकन के लिए इसी माह केंद्रीय टीम दरभंगा आ रही है. टीम में शामिल विशेषज्ञ मुख्य रूप से एम्स निर्माण से पूर्व यहां की तैयारी को लेकर समीक्षा और मिट्टी भराई और नाला संरचनाओं का अवलोकन करेंगे.
दरभंगा. बिहार के दूसरे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की दरभंगा में स्थापना को लेकर चल रही कोशिशों के बीच स्थल अवलोकन के लिए इसी माह केंद्रीय टीम दरभंगा आ रही है. टीम में शामिल विशेषज्ञ मुख्य रूप से एम्स निर्माण से पूर्व यहां की तैयारी को लेकर समीक्षा और मिट्टी भराई और नाला संरचनाओं का अवलोकन करेंगे. दरभंगा एम्स में तैनात संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ माधवानंद कार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मिट्टी भराई और पुराने भवनों को तोड़ने का काम तेजी से चल रहा है. लगभग 81 एकड़ भूमि बिहार सरकार ने एम्स को दे दी है. उम्मीद की जा रही है कि इस माह के अंत तक जमीन भराई का काम पूरा कर लिया जायेगा.
अतिथि गृह में रहने को मजबूर हैं निदेशक
वैसे एम्स को लेकर किये जा रहे किसी दावे पर भरोसा करना मुश्किल रहा है. कई बार किये गये दावे झूठे साबित हुए हैं. दरभंगा एम्स को लेकर कार्य प्रगति का हाल ये है कि छह महीने बाद भी संस्थान के कार्यकारी निदेशक को आवास आवंटित नहीं हो सका है. नतीजन एम्स के कार्यकारी निदेशक पिछले छह महीनों से स्थानीय अतिथि गृह में रहने को मजबूर हैं. प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक इस सिलसिले में राज्य सरकार के मुख्य सचिव के स्तर पर कार्रवाई चल रही है. शुरुआत में पुलिस महानिरीक्षक के बंद पड़े आवास को ठीक कराकर उसे एम्स निदेशक को सौंपने पर विचार किया गया है.
पुलिस विभाग के पास है स्वामित्व
इस आवास का स्वामित्व पुलिस विभाग के पास है, इस स्थिति में जिला प्रशासन पुलिस मुख्यालय से मिलने वाले आदेश का इंतजार कर रहा है. पुलिस मुख्यालय की हरी झंडी मिलने के साथ ही आवास एम्स डायरेक्टर को सौंपने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. एम्स के निदेशक के रूप में डा. माधवानंद कार ने जून 2022 में यह पद संभाला है, जिसके बाद प्रशासनिक व्यवस्था के तहत उन्हें जिला अतिथि गृह में ठहराया गया. उन्होंने आवास और कार्यालय के लिए भवन की इच्छा जताई थी, जिसको लेकर उन्हें रेजिडेंट क्वाटर्स के सामने स्थित एक बंगले के अलावा डाक्टर्स क्वाटर्स दिखाया गया, लेकिन उन्होंने इसपर सहमति नहीं दी थी.