पटना. भीषण गर्मी व लू से बचाव के लिए आपदा विभाग ने सभी जिलाधिकारी को अलर्ट किया गया है. विभाग ने डीएम को लाउडस्पीकर से लोगों को जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है. विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सार्वजनिक जगहों पर पियाऊ, पेजयल की व्यवस्था, लू से बीमार हुए लोगों के इलाज के लिए अस्पतालों में विशेष व्यवस्था, कार्यस्थल पर पेयजल की व्यवस्था, लू लगने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सहित कई निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को गर्मी से बचाव के लिए विद्यालय सुबह की पाली में ही संचालित. इसके लिए संबंधित जिला पदाधिकारी के द्वारा समीक्षा कर निर्णय लिया जाना चाहिए.
-
– पर्याप्त मात्रा में पानी पिये
-
– हल्के ढीले ढाले सूती वस्त्र पहनें
-
– धूप के चश्मे, छाता, टोपी एवं जूते या चप्पल पहनकर ही धूप में निकलें
-
– यात्रा करते समय अपने साथ पानी अवश्य रखें
-
– घरेलू पेय जैस नींबू पानी, कच्चे आम का पन्ना, लस्सी आदि पीते रहें जिससे शरीर में पानी की कमी ने ना हो
-
– जानवरों को भी छायेदार स्थान में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी दें।
-
– अपने धर को ठंडा रखें
-
– कार्यस्थल में पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें
-
– खाली पेट न रहें
-
– बच्चों को खड़े वाहनों में न छोड़े
-
– पशुओं को छायादार स्थान पर रखें
-
– यदि अति आवश्यक न हो तो दिन के 12 बजे से तीन बजे के बीच बाहर निकलने से बचें
-
– गहरे रंग के भारी एवं तंग वस्त्र पहनने से बचें
-
– बासी भोजन न करें
Also Read: BPSC 67th Pre Exam: 67वीं पीटी के लिए अंतिम तैयारी में जुटा BPSC, प्रदेश में बनाए गए 1083 एग्जाम सेंटर
-
– तू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें
-
– अगर तंग कपड़े हों तो उन्हें ढीला कर दें अथवा हटा दें
-
– ठंडे गीले कपड़े से शरीर पोंछें या ठंडे पानी से नहलायें
-
– व्यक्ति को ओआरएस, नींबू पानी, नमक चीनी का घोल पीने को दें जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सकें
-
– यदि व्यक्ति पानी की उल्टी करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने व पीने को ना दे
-
– लू लगे व्यक्ति के हालत में एक घंटे तक सुधारना न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं.