पटना. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में 50 सीनियर फैकल्टी डॉक्टरों की गलत तरीके से बहाली मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम इसको लेकर आइजीआइएमएस पहुंची थी. टीम ने संबंधित विभाग के विभागाध्यक्षों समेत कई सीनियर डॉक्टरों से बातचीत की.
बताया जा रहा है कि टीम के सदस्य बहाली से संबंधित सभी तरह के कागजात भी लेकर गये हैं. इसके बाद संस्थान में डॉक्टरों के बीच हड़कंप मच गया है.
सूत्रों की मानें, तो संस्थान के जनरल सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स, जेनरल मेडिसिन, एनेस्थीसिया, किडनी विभाग और कम्युनिटी मेडिसिन में सीनियर फैकल्टी के पदों पर नियुक्ति गयी है. यह दिये गये विज्ञापन के अनुसार गलत बतायी जा रही है.
इसको देखते हुए संबंधित विभाग में टीम के सदस्यों ने अचानक धावा बोला. यहां से बहाली के कागजात मांगे गये हैं. तीन घंटे तक टीम संस्थान में थी. सूत्रों की मानें, तो टीम का नेतृत्व स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव अनिल कुमार की देखरेख में हो रहा है.
19 फरवरी को बोर्ड ऑफ गवर्निंग (बीओजी) की बैठक में 50 फैकल्टी डॉक्टरों की गलत तरीके से बहाली का मुद्दा उठाया गया था. 50 पदों पर हुई नियुक्ति मामले की गड़बड़ी बीओजी ने पकड़ी थी. विज्ञापन में दी गयी योग्यता के अनुसार डॉक्टरों की डिग्री व अनुभव को लेकर सवाल उठाया गया है.
इसकी जांच बोर्ड ने स्वास्थ्य विभाग से कराने की मांग की है. करीब पांच से अधिक विभागों में अलग-अलग पदों पर गलत तरीके से बहाली की गयी है. इधर सूत्रों की मानें, तो स्वास्थ्य विभाग ने दो से तीन बार टीम ने धावा बोला है.
Posted by Ashish Jha