उफनाई नदियां, महानंदा मैची व डोक खतरे के निशान से ऊपर

जिले में भारी बारिश के अलर्ट के बीच कई नदियां उफान पर हैं. महानंदा-कनकई, मैची, रतुआ, डोक नदियां उफलाई गयी है. खासकर दिघलबैंक, टेढ़ागाछ, पोठिया, ठाकुरगंज और किशनगंज प्रखंड के कई पंचायतों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 24, 2020 12:04 AM

किशनगंज : जिले में भारी बारिश के अलर्ट के बीच कई नदियां उफान पर हैं. महानंदा-कनकई, मैची, रतुआ, डोक नदियां उफलाई गयी है. खासकर दिघलबैंक, टेढ़ागाछ, पोठिया, ठाकुरगंज और किशनगंज प्रखंड के कई पंचायतों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. नेपाल में भी हो रही भारी बारिश ने बॉर्डर एरिया के लोगों की चिंता बढ़ा दी है. वहीं, जिला प्रशासन ने पांच दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है.

नदी के कछार में बसे लोग सहमे

जिले के विभिन्न प्रखंड में उफनाती नदियों के साथ लगातार हो रही बारिश का कहर जान-माल पर पर असर पड़ने लगा है. दरअसल, जिले में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही. इस कारण जिले होकर बहने वाली महानंदा, कनकई, बूढ़ी कनकई, डोक मेची, रतुआ नदियों का प्रवाह तेज हो गया है. दिघलबैंक प्रखंड के पत्थरघट्टी, लौहागाड़ा मंदिर टोला, टेढ़ागाछ के मटियारी, बलुआडांगी में कनकई का पानी गांव और खेत में फैलने से फसलें डूबने लगी हैं. निचले इलाकों से पशुओं के साथ लोग पलायन करने लगे हैं. इधर कोचाधामन प्रखंड के मजकूरी, बलिया, चरघरिया और गोपिया टोल में कनकई के तटवर्ती इलाकों में भय का माहौल है. उधर पोठिया प्रखंड क्षेत्र के जंगल बस्ती आदिवासी टोल, केलाबाड़ी बारापोखर, फूलबाड़ी, तैयाबपुर, कलियागंज गांव व मध्य विद्यालय, गोरिहाट,कोवाबाड़ी, टाप्पू, झाड़बाड़ी, सतबोलिया, भोटाथाना तथा छत्तरगाछ पंचायत के कई गांवो तक बाढ़ के पानी प्रवेश कर जाता है.

सीओ ने बढ़ते जलस्तर का लिया जायजा

छत्तरगाछ . लगातार तीन दिनों हो रही वारिश के कारण पोठिया प्रखंड क्षेत्र में माहनन्दा नदी के जल स्तर में बुधवार सुबह से बृद्धि हो रही है. नदी खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. नदी का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ प्रभावित लोग काफी चिंतित हैं. इधर जल स्तर बढ़ने को लेकर पोठिया सीओ निश्चल प्रेम ने महानंदा के बढ़ते जल स्तर का जायजा लिया. महानंदा जल विभाग के कर्मचारी ने बताया कि नदी का जल स्तर 66. 20 सेंटीमीटर है जो खतरे के निशान से बीस सेंटीमीटर ऊपर है. बताते चले कि महानंदा नदी का जल स्तर बढ़ने से प्रखंड क्षेत्र के जंगल बस्ती आदिवासी टोल, केलाबाड़ी बारापोखर, फूलबाड़ी, तैयाबपुर, कलियागंज गांव व मध्य विद्यालय, गोरिहाट,कोवाबाड़ी, टाप्पू, झाड़बाड़ी, सतबोलिया, भोटाथाना तथा छत्तरगाछ पंचायत के कई गांवो तक बाढ़ के पानी प्रवेश कर जाता है. जिसमें सर्वाधिक परेशानी जंगलबस्ती, बारापोखर तथा इन्दरपुर पासवान टोला को होती है. इन गांवों के लोगों को अधिक पानी बढ़ने की स्तिथि में ऊंचे स्थान पर शरण लेनी पड़ती है. सीओ श्री प्रेम ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है.

दो दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

कोचाधामन लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से जहां एक ओर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है .हालांकि किसी गांव में नदी का पानी प्रवेश करने की सूचना समाचार प्रेषण तक नहीं मिली है. जबकि निचले इलाके में पानी घुसने की खबर है. वहीं बुधवार शाम तक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था.मालूम हो कि प्रखंड के पाटकोई कला, डेरामारी, बगलबाड़ी और कूट्टी पंचायत के दर्जनों गांव महानंदा नदी के किनारे बसा हुआ है. ग्रामीण अमजद अली, शाहजहां, सुरेश कुमार,राजीव कुमार झा इत्यादि ने बताया कि पानी बढ़ने से हम लोग रात जगा करते हैं.कब पानी बढ़ जाए और कब घट जाए इसका कोई गारंटी नहीं है.

posted by ashish jha

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