दरभंगा. लगातार हो रही बारिश के चलते कमला नदी उफान पर है और 18 लाख रुपये की लागत से बना डायवर्जन टूट गया. इसके कारण 20 पंचायत के लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. दरअसल जिले में शंकर लोहार से सिसौनी तक हो रहे सड़क निर्माण के बीच कोणी घाट पर बने पुराने पुल को तोड़कर निर्माण कंपनी ने डायवर्जन बना दिया था. इस डायवर्जन से लोगों का आवागमन हो रहा था, लेकिन यह डायवर्जन नदी की तेज धार में बह गया. इसी साल 16 जनवरी को जिले में ओवरलोडेड ट्रक की चपेट में आने से लोहे का पुल गिर गया था. कुशेश्वर स्थान प्रखंड के सबोहर घाट में पुल स्थित है. ट्रक ड्राइवर और सहायिका ने नदी में कूद कर अपनी जान बचायी थी.
स्थानीय लोगों का कहना निर्माण कंपनी की लापरवाही के चलते डायवर्जन बाढ़ के पानी की भेंट चढ़ गया है. स्थानीय लोगों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि यह डायवर्सन इस इलाके के लोगों के लिए लाइफलाइन थी, लेकिन बुधवार की देर शाम हुई तेज बारिश के कारण यह डायवर्सन टूटा है. लोगों ने कहा कि डायवर्जन के नीचे पानी के बहाव के लिए दो पाइप लगा था. पिछले दिनों कंपनी ने जेसीबी के मध्यम से हटवा लिया. इससे यहां का डायवर्जन क्षतिग्रस्त हो गया है. स्थानीय लोगों ने कहा कि यहां पर अभी तक कोई सरकारी व्यवस्था या कंपनी की तरफ से कोई भी विकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी है. डायवर्जन टूट जाने के कारण मुख्य सड़क एसएच-65 पर चढ़ने के लिए 8 से 10 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ेगा. डायवर्जन के कारण 500 मीटर की दूरी पर ही मुख्य सड़क पड़ता था.
सड़क निर्माण कंपनी के कर्मी मणि भूषण कुमार ने स्थानीय पत्रकारों को बताया कि अचानक दो-तीन दिनों से पानी बढ़ने लगा था और बुधवार की रात तेज रफ्तार पानी की धार ने इसे तोड़ दिया. इस पुल का निर्माण जून 2022 से किया जा रहा है. पुल की लंबाई 54 मीटर है और एक पिलर बनाने में 73 फीट 22 मीटर नीचे खुदाई करना पड़ता है. इस डायवर्जन के निर्माण में लगभग 17 से 18 लाख का खर्च आया था. 76 लाख रुपए से 21.9 किलोमीटर सड़क का निर्माण होने वाला है. सड़क की जिम्मेदारी भारतीय इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दी गई है. इसका टेंडर वर्ष 2021 में हुआ था और काम पूरा करने का समय 2024 के मार्च तक दिया गया था.