बिहार के इस गांव में दिवाली पर होता है खास आयोजन, जलेंगे लाखों दीपक, दूर- दूर से दीपोत्सव देखने आते है लोग
Diwali 2023: बिहार के मुंगेर जिले के एक गांव में दिवाली पर अलग आयोजन किया जाता है. यहां लाखों दीपक जलाए जाएंगे. इसे देखने के लिए दूर- दूर से लोग आते हैं. बता दें कि दिवाली रौशनी का त्योहार है और इस दिन दीपक का खास महत्व होता है.
Diwali 2023: बिहार के मुंगेर जिले के एक गांव में दिवाली पर अलग आयोजन किया जाता है. यहां लाखों दीपक जलाए जाएंगे. इसे देखने के लिए दूर- दूर से लोग आते हैं. जिले के कल्याणपुर में आज सबसे बड़ी दिवाली मनाई जाएगी. बताया जाता है कि यहां एक साथ आठ लाख दीप जलाएं जाएंगे. पिछले तीन दिनों से ही इसकी तैयारी की जा रही थी. यहां दुर्गा पूजा पर भी खास आयोजन किया गया था. मीनाक्षी मंदिर के तर्ज पर भव्य पंडाल का आयोजन किया गया था. इसके भी देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे. साल 2022 में भी यहां सबसे बड़ी दिपावली मनाई गई थी. दिवाली के एक दिन पहले पिछले साल यहां छह लाख दीप जलाए गए थे. इसमें छह हजार तिल के तेल लगे 30 क्विंटल घी को जलाया गया था. दीपकोत्सव पर बड़ी दुर्गा महारानी कल्याणपुर का श्रृंगार भी भव्य तरीके से किया जाता है.
लाखों की संख्या में जलते है दीपक
अद्भुत दीपोत्सव को देखने के लिए लोग दूर- दूर से आते हैं. लाखों की संख्या में ग्रामीण दीपक को जलाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाते है. गंगा की महाआरती की जाती है और ग्रामीण भी खास तैयारी में जुट जाते हैं. यहां तक की दीपोत्यव का लाइव प्रसारण किया जाता है. यहां पूरा का पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है. लोग भगवान की भक्ति में लीन हो जाते हैं. यहां के लोगों के अनुसार यहां राज्य की सबसे बड़ी दीपावली मनाई जाती है. यहां के लोगों का मां दुर्गा में अटूट विश्वास है.यहां लाखों दीपक जलाने और कार्यक्रम को सफल बनाने में यहां के स्थानीय लोगों का काफी बड़ा योगदान होता है.
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भव्य तरीके से होती है मां गंगा की आरती
यहां मिट्टी के दीपक का प्रयोग किया जाता है. इसे मुंगेर के अलावा दूसरे जिले के कुम्हार भी बनाते है. कई लोग मां की भक्ति में दीपक जलाने के लिए अपने साथ दीप लेकर पहुंचते है. दीपोत्सव के बाद भव्य तरीके से मां गंगा की आरती की जाती है. मालूम हो कि दिवाली पर दीपक जलाने का खास महत्व होता है. पूजा-पाठ, धार्मिक आस्था या फिर किसी मांगलिक कार्य में दीप अवश्य जताया जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार दीये के प्रकाश से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है. रौशनी को शुभ माना जाता है. इसी कारण दीवाली के अलावा दूसरे त्योहारों पर भी दीपक जलाए जाते हैं.
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दीपक जलाने से धार्मिक लाभ की मान्यता
बता दें कि दीपक का कई महत्व होता है. कई लोग अपने घरों में सुबह और शाम दोनों की समय में दीपक जलाते हैं. घी या तेल का दीपक जलाने से धार्मिक लाभ की भी मान्यता है. कहा जाता है कि इससे वास्तु दोष दूर होते हैं. वास्तु दोष बढ़ाने वाली नकारात्मक ऊर्जा इससे खत्म होती है. दीपक के कारण पूजा सफल हो जाता है. दीपक अंधकार को खत्म करता है. यह हमारे जीवन में भी प्रकाश फैलाता है. कहा जाता है कि देवी व देवताओं को रौशनी काफी प्रिय होता है. इस कारण ही दीपक को अनिवार्य तौर पर जलाया जाता है. दीवाली के दिन भगवान राम के स्वागत में दीप जताए जाते हैं. मान्यता के अनुसार वह इसी दिन 14 साल के वनवास के बाद वापस अयोध्या लौटे थे. इस कारण यह दिन काफी खास हो जाता है.
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दिवाली की तैयारी जारी
वहीं, दीपावली के दिन दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है. कई लोग इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार करते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की अमावस्या तिथि के दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस पर्व को मनाने के लिए लोग पहले से ही तैयारी करते हैं. फिलहाल, बाजारों में भी काफी रौनक देखने को मिल रही है. मिट्टी के दीपक सहित चाइनीज बल्बों की लोग खूब खरीददारी कर रहे हैं. लोग नए दीपक को भी खरीद रहे हैं. घर में रंगोली बनाने की साम्रगी खरीद रहे हैं. साथ ही पकवान आदि बनाने का सामान भी खरीद रहे हैं.