अजीत.
दीपों का त्योहार पटना और आसपास के इलाके में धूमधाम से लोग बनाने में जुटे हैं . पटाखे और फुलझडियों के उपयोग करने से पटना शहर का माहौल वातावरण धुआं धुआं हो गया. हर तरफ जहरीले धुआं और गैस के चलते लोगों को काफी परेशानियां भी हो रही है बावजूद लोग पटाखे और फुलझड़ियाँ छोड़ने से बाज नहीं आए. राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ संपतचक और परसा बाजार जानीपुर अनीसाबाद बेऊर खेमनी चक जगनपुरा बायपास सिपारा संजय नगर चांगड़ गरदनीबाग चितकोहरा राजा बाजार पुनपुन समेत आस पास के शहरी व ग्रामीण इलाके में दीपावली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया . दीपों की रोशनी से हर ओर बस उजाला ही उजाला नजर आ रहा था. रोशनी के इस त्योहार को शहर से लेकर गाँव गाँव में उल्लास, उमंग, श्रद्धा व धूमधाम के साथ मनाया गया.
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दीपावली को लेकर सबसे पहले रविवार को घर-घर में लक्ष्मी गणेश की पूजा अर्चना की गई.सुख समृधि और सम्पन्नता के त्यौहार दीपावली पर घरो से लेकर गलियों तक में झालर किसीम किसिम के फूल रंग बिरंगी बिजली के लाईटो के सजावट से लोगों की आँखे चकाचौंध हो रही थी . वहीँ कुछ लोगों ने इस ‘दिवाली’ मिट्टी के दीयों को जलाकर घरो को जगमगाने में घंटो जुटे रहे . दीपावली में एक दूसरे के घर में मिठाइयां देने का सिलसिला भी चला रहा. वही पटाखे और कई किस्म के फुलझड़ियां के उपयोग करने से राजधानी पटना की हवा में काफी प्रदूषण फैला हुआ नजर आया. हर तरफ लोग धुंआ के चलते खांसते और नाक पर हाथ या कपड़ा रखते हुए नजर आए. दीपावली पर चाइनीज लैंप और झालरों के बीच पारम्परिक मिटटी के दीप कहीं न कहीं खो गए शहरी इलाके में नए जमाने का लाइट ही दीपावली की शोभा बढ़ाते रहे.
वहीं दीपावली में मां लक्ष्मी के पूजन के लिए गेंदे के फूल और कमल के फूल से माँ को प्रसन्न करने में श्रद्धालुओं में घरों से लेकर मंदिरों में भी होड़ लगी रही .माँ लक्ष्मी के पूजन कर लोगों ने सुख समृधि की कामना की . वहीँ युवाओं और बच्चो में पटाखे फोड़ने आतिशबाजी करने में होड़ लगी रही . घरों की सजावट और पूजा के लिए गेंदे के फूलों की ओर लोगों की ज्यादा ख़रीददारी देखी गयी.उसके साथ-साथ कमल, गुलाब, पीले फूल और कई अलग-अलग फूलों की भी मांग बाजारों में देखने को मिली . दीपावली पर महिलाओं, बच्चों व युवतियों ने नए परिधान पहनकर लक्ष्मी पूजन से पूर्व सभी ने अपने पड़ोसियों व अन्य लोगों के घरों के सामने दीपदान कर मंगल कामना की . नए नए कपडे पहन लोगों ने एक दुसरे को मिठाई खिलाकर खुशिया मनाई .घर-घर दीप जलाकर धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की गई.युवाओं ने पटाखे फोड़कर व मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाई.