पटना. कोरोना काल से सभी तरह के सामान के दाम में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है. इसके कारण अधिकतर लोग के घरों का आर्थिक बजट पर असर पड़ रहा है. इस महंगाई का दीपावली पर भी असर पड़ने की पूरी उम्मीद कारोबारियों द्वारा की जा रही है. आस्था पर महंगाई की मार से आम नागरिक जहां त्रस्त हैं. वहीं, कारोबारियों को भी कारोबार प्रभावित होने की चिंता सता रही है.
दीप का उत्सव दीपावली पर अधिकतर हिंदू घर, व्यवसाहिक प्रतिष्ठान, सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय मे मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियों की पूजा कर उन्हें स्थापित किया जाता है. दशहरे के बाद से इन मूर्तियों के कारोबार शुरू हो जाते है. लेकिन इस बार दीपावली का त्योहार आने में करीब 3 दिन बचे हैं. बावजूद इन मूर्तियों के कारोबार कछुए की गती से चल रहे हैं.
इन मूर्तियों के थोक कारोबारी पप्पू कुमार ने बताया कि बीते एक वर्ष के भीतर मूर्तियों के दाम में 30 प्रतिशत तक वृद्धि होने से कारोबार पर असर पड़ रहा है. खुदरा व्यापारी जो दर्जन से मूर्ति की खरीदारी करते थे, इस बार काफी कम संख्या में खरीदारी कर रहे हैं. वहीं, फुटपाथ हटने से भी कारोबार पर असर पढ़ रहा है. थोक बाजार में चुनार की लक्ष्मी- गणेश जी की मूर्तियां 10 से 50 रुपये प्रति जोड़ी बिक रही है. वहीं, बंगाल व फैंसी मूर्तियां तीन सौ से 18 सौ रुपये प्रति जोड़ा थोक बाजार में कारोबारियों द्वारा बेची जा रही हैं.
वहीं, बता दें कि कोरोना संकट से उबरने के बाद बाढ़ से सामान्य बाजार पर 50 फीसदी असर पड़ा़ अब कारोबारियों को दशहरा के बाद धनतेरस व दीपावली से कारोबार संभलने की उम्मीद है. सर्राफा, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रीकल, बर्तन और ऑटोमोबाइल बाजार में तैयारी जोरों पर है. सर्राफा बाजार व ऑटोमोबाइल बाजार में ग्राहक भीड़ से बचने और अपने पसंद के आभूषण व वाहन लेने के लिए बुकिंग जोरों पर करा रहे हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि इस धनतेरस बाजार में धन की खूब बारिश होगी.