पितृपक्ष मेले को लेकर एक्शन में गया डीएम, 18 सितंबर तक इन कार्यों को पूरा करने का दिया अल्टीमेटम
पितृपक्ष मेला क्षेत्र में रोशनी की व्यवस्था को लेकर रात में डीएम डॉ त्यागराजन अपने अधिकारियों के साथ निकले और लगातार तीन घंटे तक मेला क्षेत्र का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने लाइटिंग के अलावा साफ-सफाई की व्यवस्था का भी जायजा लिया.
गया में 28 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में प्रशासन जोर-शोर से तैयारियों में जुटा हुआ है. इस वर्ष मेला के दौरान 10 लाख से ज्यादा लोगों की संभावना है. ऐसे में तीर्थयात्रियों को कहीं अंधेरा न मिले इसे लेकर डीएम डॉ त्यागराजन अपने अधिकारियों के साथ रोशनी की व्यवस्था का जायजा लेने बुधवार की रात करीब नौ बजे निकले और लगातार तीन घंटे तक यानी 12 बजे रात तक मेला क्षेत्र का जायजा लिया.
18 सितंबर तक लाइटिंग का काम पूरा करने का अल्टीमेटम
डीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मेला क्षेत्र में कही भी अंधेरा या ब्लैक स्पॉट नहीं रहे, इसके लिए पूरी तैयारी कर लें. डीएम ने कहा कि 18 सितंबर को डेडलाइन निर्धारित है, उसके पहले जहां भी लाइट की कमी है, वहां अतिरिक्त लाइट लगाएं. डीएम ने विष्णुपद मंदिर व उसके आसपास रोशनी का जायजा लिया. उन्होंने निर्देश दिया कि पूर्व से लगे बिजली खंभे पर पर्याप्त लाइटें लगाएं. इसके पश्चात मंदिर से देवघाट जाने के रास्ते में कम लाइट देखी गयी. डैम से श्मशान घाट होते हुए लखनपुरा रोड एवं वापस मंदिर के एंट्रेंस गेट तक कहीं-कहीं कम लाइटें देखी गयीं. इसपर डीएम ने चार दिनों के अंदर लाइटें लगाने का निर्देश दिया.
चांदचौरा मोड़ पर एजेंसी के अधिकारियों को फटकार
इसके पश्चात डीएम ने चांदचौरा मोड़ पर करीब आधे घंटे तक रुक कर खराब पड़ी लाइटों का घूम कर निरीक्षण किया. कार्यकारी एजेंसी के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि हर हाल में बंद पड़ी सभी लाइटों को चालू कराएं. चांदचौरा से मंगलागौरी रोड एवं रामसागर जाने वाली सड़क निरीक्षण के क्रम में बड़े पैच डार्क स्पॉट पाये जाने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिया कि पर्याप्त संख्या में टीम बनाकर जोन में बांट कर जिम्मेदारी के साथ लाइटों की मरम्मत कराएं.
नगर आयुक्त को सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने का निर्देश
इसके पश्चात डीएम ने शाहमीर तकिया से होते हुए गोदावरी- बाइपास- सीताकुंड उसके पश्चात नैली, खटकाचक होते हुए बिपार्ड व गेट नंबर पांच से सीधे पुलिस लाइन – दुर्गा स्थान तक रोशनी का जायजा लिया. नैली के पास काफी डार्क स्पॉट एवं बाइपास से केंदुई पार्किंग स्थल तक रोशनी की पूरी व्यवस्था रखें. निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा मिले. इसे सुनिश्चित कराएं. हर हाल में रोशनी की पूरी व्यवस्था रखें. डीएम ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखें. मेला क्षेत्र में पड़े विभिन्न स्थानों के कचरा को रातों-रात सफाई करायें.
सीता पथ पर 80 लाइटें व एक हाइमास्ट लाइट
सीता पथ पर यात्रियों की सुविधा को देखते हुए 80 की संख्या में पोल सहित लाइटें एवं एक हाइमास्ट लाइट लगवायी जा रही है. इसके अलावा 20 स्थानों पर भी हाइमास्ट लाइटें इस पितृपक्ष मेला के पहले लगवा दी जायेगी. इसमें मुख्य रूप से विष्णुपद के समीप, अक्षयवट, शाहमीर तकिया, खटकाचक, नैली मोड़ इत्यादि स्थान शामिल हैं. साथ ही 480 स्थान पर स्ट्रीट लाइटें लगायी जा रही हैं तथा 3000 स्ट्रीट लाइटें मरम्मत करायी जा रही हैं. सीता कुंड द्वार से सीता पथ तक व चांदचौरा से विष्णुपद मंदिर तक सजावटी लाइट से पूरे मेला क्षेत्र में एक आकर्षक स्वरूप दिया जायेगा. इस वर्ष मेला क्षेत्र के विभिन्न बिजली पोल पर लगभग 12000 रोप लाइट ( पोल पर रंग-बिरंगी घेराकार) लगाये जायेंगे.
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भ्रमण के दौरान नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, उप विकास आयुक्त विनोद दूहन, सदर एसडीओ किसलय श्रीवास्तव, वरीय उप समाहर्ता अभिषेक कुमार, नोडल पदाधिकारी पितृपक्ष मेला दिवाकर कुमार, अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग, कार्यपालक अभियंता बिजली विभाग, विभिन्न समाजसेवी, पंडा समाज के पुरोहित सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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