बिहार में संभावित बाढ़ और सुखाड़ से निपटने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों से बात कर कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है. उन्होंने जिलाधिकारियों से अपने-अपने जिलों की स्थिति का आकलन कर सभी प्रकार की तैयारियां रखने, प्रखंड स्तर पर लोगों से मीटिंग कर उन्हें सतर्क करने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री ने यह बातें शनिवार को 1 अणे मार्ग स्थित ‘लोक संवाद’ में संभावित बाढ़ और सुखाड़ के पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक में कहीं. इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी जिलों के जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक भी जुड़े रहे. बैठक में मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ‘बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए मानव संचालन प्रक्रिया-2023’ का विमोचन किया.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि छोटी-छोटी नदियों को आपस में जोड़ने की कार्ययोजना बनाएं. नदियों के गाद की उड़ाही और शिल्ट हटाने को लेकर तेजी से कार्य करने, भू-जलस्तर पर नजर रखने और पेयजल का इंतजाम रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि हर घर नल का जल योजना से लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसे पूरी तरह मेंटेन रखें. मुख्यमंत्री ने जल- जीवन – हरियाली अभियान के तहत जल संरक्षण कार्यों को बेहतर तरीके से करने, निजी मकानों में भी लोगों को छतवर्षा जल संचयन के लिए प्रेरित करने के लिए कहा.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गर्मी ज्यादा है. इसे ध्यान में रखते हुये सभी प्रकार की तैयारी रखें और लोगों को सचेत करें. आग लगने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं, उससे बचाव के लिए त्वरित कार्रवाई करने, लू से बचाव के लिए भी सभी व्यवस्था रखने और लोगों को अलर्ट करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सभी संबद्ध विभाग जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर वस्तु स्थिति की जानकारी लें और उसके आधार पर कार्य करें.
बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अपने-अपने जिलों में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारियों के संबंध में जानकारी दी. साथ ही आश्वस्त किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों से मिलेंगे, जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे और उसके अनुसार समस्याओं का समाधान करेंगे. बैठक में सभी विभागों के आला अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों द्वारा संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने को लेकर की गई तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.
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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने बताया कि मॉनसून के दौरान देश में सामान्य से कम 96% औसत वर्षा होने का पूर्वानुमान है. बिहार में औसत 952 मिलीमीटर वर्षा होने का पूर्वानुमान है. यह सामान्य से थोड़ा कम है. जून माह में बिहार में पहले होनेवाले वर्षा के अनुपात में इस बार 35 से 55% ही वर्षा होने की संभावना है. जून के तीसरे सप्ताह में बिहार में मॉनसून के प्रवेश करने की संभावना है.