बिहार: बारिश के पानी में डूबा DMCH, ओटी और डॉक्टर चैंबर में पानी ही पानी, मरीजों का आना-जाना हुआ मुश्किल
दरभंगा में हो रही लगातार बारिश लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. डीएमसीएच अस्पताल के अधिकांश विभागों में बारिश का पानी घुसने की वजह से चिकित्सा व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई है. गायनिक, मेडिसिन, आपातकालीन, ओपीडी, पैथोलॉजी, शिशु आदि विभाग प्रभावित हुए हैं.
दरभंगा में अहले सुबह हुई बारिश से डीएमसीएच पानी-पानी हो गया. गायनिक, मेडिसिन, आपातकालीन, ओपीडी, पैथोलॉजी, शिशु आदि विभागों में पानी घुस गया. कॉलेज, अधीक्षक कार्यालय समेत सभी छात्रावासों में पानी घुसा हुआ है. ओटी व डॉक्टर चैंबर तक पानी से भर गया. इस कारण चिकित्सा कार्य प्रभावित हुआ. चिकित्सक व कर्मियों ने किसी तरह काम किया. ओटी में पानी के बीच रहकर चिकित्सकीय कार्य को अंजाम दिया गया. मेडिसिन, क्लीनिकल पैथोलॉजी, रक्त अधिकोष व अन्य कई विभागों में पानी भर जाने से डॉक्टरों की परेशानी बढ़ गयी. मरीज व परिजनों को काफी दिक्कत हो रही है. आपातकालीन समेत अन्य कई विभागों में जलजमाव है.
नहीं निकल पा रहा जलजमाव का समाधान
सुबह- सुबह इलाज के लिये दूर- दराज से आये मरीज व परिजनों को जलजमाव की समस्या से जूझना पड़ा. संतोष सहनी, राजेश साह आदि परिजनों ने बताया कि अस्पताल की यह समस्या कोई नई नहीं है. थोड़ी सी बारिश में ही अस्पताल तैरने लगता है. जबकि आज तो मुसलधार बारिश हुई है. कई वर्षों से चली आ रही जलजमाव की समस्या का अभी तक निदान नहीं हो सका है. इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
मेडिकल छात्रों का वर्ग आठ जुलाई तक स्थगित
भारी बारिश के कारण जलजमाव के मद्देनजर दरभंगा मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आठ जुलाई तक वर्ग संचालन स्थगित कर दिया है. छात्रों को घर जाने की इजाजत दे दी है. छात्र स्वेच्छा से अपने घर जा सकते हैं. भारी बारिश के कारण मेडिकल कॉलेज, प्रिंसिपल कार्यालय सहित छात्रावासों के भीतर पानी प्रवेश कर गया है. अस्पताल प्रबंधन ने परिसर से जल निकासी के लिए नगर निगम प्रशासन को पत्र लिखा है. साथ ही स्थिति से डीएम राजीव रौशन को भी अवगत कराया गया है.
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ओपीडी में मैनुअल करना पड़ा निबंधन
अहले सुबह से लगातार बारिश के कारण डीएमसीएच के रजिस्ट्रेशन काउंटर के भीतर भी पानी प्रवेश कर गया. कर्मियों ने बताया कि इस कारण रजिस्ट्रेशन कार्य मैनुअली करना पड़ा. पानी का असर कंप्यूटर पर भी पड़ा तथा उसे नहीं चलाया जा सका. करीब 350 मरीज उपचार के लिए डीएमसीएच पहुंचे. कई विभागों में चिकित्सक के लेट से पहुंचने के कारण मरीजों को इंतजार करना पड़ा.