नौकरी का आवेदन करने से पहले कर लें ठीक से जांच, सरकारी योजनाओं की फर्जी वेबसाइट बनाकर बिहार में बेरोजगारों से खुलेआम हो रही ठगी
सरकारी व गैर सरकारी वेबसाइट की फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों से खुलेआम ठगी हो रही है. ऐसा ही मामला मध्याह्न भोजन योजना की वेबसाइट का है.
पटना. फर्जी वेबसाइट बना कर ठगी का खेल इन दिनों बढ़ गया है. सरकारी व गैर सरकारी वेबसाइट की फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों से खुलेआम ठगी हो रही है. ऐसा ही मामला मध्याह्न भोजन योजना की वेबसाइट का है.
बिहार में मध्याह्न भोजन योजना में नियुक्ति के लिए फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों से ठगी की जा रही है.
प्रखंड समन्वयक के साथ अन्य पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन लिये जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार हर दिन सैकड़ों अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए आवेदन भी कर रहे हैं.
वेबसाइट में इस योजना के अंतर्गत प्रखंड स्तर के सभी पदों पर बहाली का झांसा दिया जा रहा है. ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के अभ्यर्थी बड़ी संख्या में आवेदन कर रहे हैं. जबकि मध्याह्न भोजन योजना समिति बिहार सरकार ने ऐसी कोई भी नियुक्ति प्रक्रिया नहीं निकाली है. मध्याह्न भोजन योजना कार्यालय ने अभ्यर्थी को सावधान रहने को कहा है.
जिला शिक्षा कार्यालय ने अभ्यर्थियों को सावधान रहने के लिए जारी किया पत्र मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक ने इस आलोक में पटना जिला शिक्षा कार्यालय को एक पत्र भी जारी किया है. इसके बाद शिक्षा कार्यालय ने जिला मध्याह्न भोजन योजना के लिए पत्र जारी कर सभी अभ्यर्थी को सावधान रहने को कहा है.
अभ्यर्थी के इमेल करने पर हुआ खुलासा
डीपीओ मध्याह्न भोजना योजना अजय कुमार सिंह ने बताया कि निदेशालय के पास दिल्ली के एक युवक ने मेल कर इस बात की शिकायत की थी. इसके बाद निदेशालय द्वारा 25 जनवरी की देर शाम मेरे पास मेल आया. अभ्यर्थी के मेल करने पर फर्जी नियुक्ति का पता चला है.
आवेदक से ऑफलाइन भी आवेदन लिये जा रहे हैं
सूत्रों की माने तो एक प्राइवेट एजेंसी द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. आवेदक से ऑफलाइन भी आवेदन लिये जा रहे हैं. डीपीओ ने बताया कि इसके लिए एजेंसी की तरफ से हरनीचक, अनीसाबाद का पता भी दिया गया है.
मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा कार्यालय को जांच करने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है. डीपीओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि जांच के बाद एजेंसी पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
Posted by Ashish Jha