मुजफ्फरपुर में परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने आई महिला के आंत को डॉक्टर ने काटा, हलक में अटकी जान
खगड़िया नसबंदी कांड का मामला अभी थमा भी नहीं था कि अब मुजफ्फरपुर जिले से नसबंदी से जुड़ा हुआ एक मामला सामने आया है. यहां सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों ने परिवार नियोजन के ऑपरेशन के दौरान महिला का आंत काट दिया.
पटना: बिहार में खगड़िया नसबंदी कांड के बाद मुजफ्फरपुर जिले से नसबंदी को लेकर सरकारी अस्पताल के चिकित्सक की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. दरअसल, मामला जिले के गायघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने आयी महिला का आंत कटने का मामला सामने आया है.
पीड़िता के पति भटगांवा निवासी राजेश कुमार ने पीएचसी चिकित्सा प्रभारी को आवेदन देकर कहा है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण मेरी पत्नी का आंत कट गया. इस कारण उसे मानसिक परेशानी के साथ-साथ आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ा है. उसने आर्थिक मुआवजा के साथ साथ दोषी डॉक्टर पर भी कार्रवाई की मांग की है.
बीते 9 दिसंबर को कराया था ऑपरेशन
पीड़ित महिला के पति राजेश कुमार ने बताया कि पीएचसी में नौ दिसंबर को उनकी पत्नी रंजन देवी का परिवार नियोजन ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी का आंत कट गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पीएचसी के डॉक्टर ने कहा कि कमजोरी के कारण पेंशेंट की स्थिति थोड़ी गड़बड़ है. इसलिए अच्छा इलाज के लिए एसकेएमसीएच रेफर कर दे रहे हैं. एसकेएमसीएच में जब मरीज को लेकर पहुंचा, तो वहां भी गंभीर स्थिति को देखते हुए पीएमसीएच भेजा गया.
पटना के पीएमसीएच में मामले का पता चला
पीएमसीएच में जांच के बाद पता चला कि परिवार नियोजन के ऑपरेशन के दौरान आंत को क्षति पहुंची है. 15 दिसंबर तक पीएमसीएच में सघन चिकित्सा के बाद उनकी पत्नी की तबीयत में कुछ सुधार हुआ. राजेश कुमार ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. कर्ज लेकर दो लाख रुपये खर्च कर चुके हैं. उसने चिकित्सा पदाधिकारी से मुआवजे की मांग की है. उसने कहा कि अगर उसे न्याय नहीं मिला, तो कोर्ट की शरण लेंगे. चिकित्सा प्रभारी दीपनारायण महतो दीपक ने कहा कि वे सिविल सर्जन के यहां इस आवेदन को उचित कार्रवाई के लिए भेज रहे हैं.
खगड़िया नसबंदी कांड को लेकर हुआ था खूब हो-हल्ला
बता दें कि इससे पूर्व खगड़िया जिले से नसबंदी से जुड़ा एक मामला सामने आया था. दरअसल, खगड़िया के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिलाओं की नसबंदी में बड़ी लापरवाही की गई थी. यहां धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों ने ऑपरेशन के दौरान महिलाओं को बिना एनेस्थीसिया (सुई) दिए ही ऑपरेशन कर दिया था. मीडिया में मामला आने के बाद इस मामले को लेकर खूब हो-हल्ला हुआ था.