जाति की नहीं करता राजनीति, बोले सन आफ मल्लाह मुकेश सहनी- पांच किलो अनाज पाना विकास नहीं

बाबा साहेब ने हमें संविधान दिया. उसमें मिले अधिकार के कारण ही हमलोग आज यहां खड़े हैं, लेकिन आज उसी संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने लोगों से जागरूक रहने की अपील करते हुए कहा कि हमें संविधान की रक्षा के लिए सजग रहने की जरूरत है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2023 7:53 PM

भभुआ/पटना. विकासशील इंसासन पार्टी के (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने शुक्रवार को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में आये लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने हमें संविधान दिया. उसमें मिले अधिकार के कारण ही हमलोग आज यहां खड़े हैं, लेकिन आज उसी संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने लोगों से जागरूक रहने की अपील करते हुए कहा कि हमें संविधान की रक्षा के लिए सजग रहने की जरूरत है. इस कारण बाबा साहेब के बताए रास्तें पर चलकर उनके सपने को पूरा करने के लिए हमसब को एकजुट होकर संघर्ष करना है, तभी गरीबों का कल्याण हो सकता है.

संविधान में मिले अधिकारों की हमें जानकारी नहीं

उन्होंने कहा कि आज संविधान में दिये गए अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है. इसका एकमात्र कारण है कि हमें संविधान में मिले अधिकारों की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि आज सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है. यह भी संविधान में दिये गये अधिकारों को छीनना ही है. सहनी ने जोर देते हुए कहा कि आज लोग कहते हैं कि सहनी जाति की राजनीति करते हैं, लेकिन ये कहने वाले सुन लें कि सहनी जाति की नहीं परिवार की राजनीति करता है. उन्होंने कहा कि मुझे कुर्सी का कोई मोह नहीं है. सहनी ने कहा कि ऐसे किसी पावर को मैं लात मारने के लिए तैयार हूं जिससे मैं अपने समाज के लोगों का विकास नहीं कर सकूं. उन्होंने लोगों से संघर्ष का रास्ता अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि संघर्ष के बाद ही मंजिल मिलती है.

चावल दिये जाने को ही विकास समझ लिया गया

पूर्व मंत्री व वीआईपी सुप्रीमो सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी ने कैमूर के दक्षिण कुदरा ब्लॉक स्थित पेंशनर भवन में आयोजित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में सबसे पहले बाबा साहेब के तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज का काम मंदिर बनाना है, लेकिन आपके वोट से प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी आज मंदिर बनाने में जुटे हैं. यह उनका काम नहीं है. उन्हें जो काम करना है. उनका काम जो है वो नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है. सहनी ने कहा कि आज पांच किलोग्राम चावल दिये जाने को ही विकास समझ लिया गया है.

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