Exclusive : मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड के दोहरीकरण का रास्ता साफ, मजबूत होगा नेपाल से रेल कनेक्शन
रेलवे की बहुयामी परियोजना में शामिल मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड दोहरीकरण के लिए जमीन का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है. इसमें तीन प्रखंड कांटी, मीनापुर और मोतीपुर के 12 गांवों के जमीन को अधिग्रहित किया गया है. कुल 32.776 एकड़ जमीन 335 हितधारकों से लिया गया है.
सोमनाथ सत्योम, मुजफ्फरपुर. रेलवे की बहुयामी परियोजना में शामिल मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड दोहरीकरण के लिए जमीन का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है. अपर समाहर्ता को जिलाधिकारी ने इसके लिए प्रशासक प्रतिनियुक्त किया है. इसमें तीन प्रखंड कांटी, मीनापुर और मोतीपुर के 12 गांवों के जमीन को अधिग्रहित किया गया है. कुल 32.776 एकड़ जमीन 335 हितधारकों से लिया गया है.
20 मई को तैयार की गयी थी प्रारंभिक अधिसूचना
इसे लेकर जिला भू-अर्जन कार्यालय ने 20 मई को प्रारंभिक अधिसूचना तैयार की गयी. जिसे 25 मई को जनहित में जारी किया है. अधिसूचना के मुताबिक, कांटी प्रखंड अंतगर्त सात, मोतीपुर अंतगर्त चार और मीनापुर प्रखंड के अधीन एक गांव के जमीन को मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड के दोहरीकरण के लिए अधिग्रहण किया गया है.
फरवरी में कराया गया था सर्वे
गत फरवरी में इसके लिए सर्वे कराया गया था. जमीन अधिग्रहण के बाद के प्रभाव आदि को लेकर रिपोर्ट तैयार की गई थी. इसमें बताया गया था कि यह कार्य जनहित में है. इससे जिले में पर्यटक और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही उक्त गांवों से सटे ग्रामीणों को भी लाभ मिल सकेगा. बताया यह भी गया है कि जितना भी जमीन अधिग्रहण किया गया है. उसके हितधारकों के जमीन का रकबा काफी कम है.
नेपाल तक जाने में मिलेगी मदद
रेल परियोजना से आवागमन में सुधार लाने और क्षेत्र को नई दुनिया के सामने खोलने में निश्चत तौर पर मदद मिलेगी. पहले लोगों को मुजफ्फरपुर आदि रेलवे स्टेशनों पर जाकर विभिन्न स्थानों के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. लेकिन, अब मोतीपुर के आसपास रेलवे स्टेशन होने जाने से उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इस क्षेत्र के लोग, खास कर गरीब और असुरक्षित स्थिति वाले लोग रोजगार की तलाश में नेपाल और राज्य के अंदर-बाहर की दूसरी जगहों पर जा सकेंगे.
हाजीपुर-सुगौली रेल लाइन पर बढ़ेगा ट्रैफिक
रिपोर्ट के मुताबिक, नयी हाजीपुर-सुगौली रेल लाइन बनने से मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड पर ट्रैफिक बढ़ेगा. इसलिए विद्युतीकरण सहित प्रस्तावित दोहरीकरण सुगम कार्यसंचालन और रेल लाइन की क्षमता में सुधार के लिए कार्यसंचालन के दृष्टिकोण से उचित ठहराया था.