बेगूसराय. बिहार के कई शहरों में कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. मुजफ्फरपुर, गया और बेगूसराय में आये दिन आदमखोर कुतों से संबंधित खबरें आती रहती हैं. पश्चिम चंपारण में भी पिछले दिनों कई आदमखोर कुत्तों जहर देकर मारने की सूचना आयी थी. बेगूसराय में तो प्रशासन ने ही अब तक 42 कुत्तों का एनकाउंटर करबा चुका है. इसके बावजूद एक बार फिर से बेगूसराय में कुत्तों का आतंक देखने को मिल रहा है. रविवार की सुबह ही आवारा कुत्तों ने दर्जनों लोगों को अपना शिकार बनाया है. इस घटना के बाद से एक बार फिर से लोगों में कुत्तों को लेकर भय का माहौल बन गया है. बेगूसराय में आदमखोर कुत्तों का आतंक इतना है कि दिन में भी लोग खेतों में काम करने जाने से डरने लगे हैं. खासकर बछवाड़ा के 5 पंचायतों में महिलाओं को आदमखोर कुत्ते निशाना बनाते रहे हैं.
मिली जानकारी अनुसार बेगूसराय जिले के मंझौल अनुमंडल मुख्यालय के विभिन्न पंचायतों में आवारा कुत्ते के द्वारा करीब आधा दर्जन लोगों को जख्मी किया गया है. मंझौल पंचायत 01 निवासी सुरेश प्रसाद सिंह, अनीता देवी , छट्ठू यादव, को इन कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है. वहीं, मंझौल पंचायत 02 निवासी अनिल सिंह लालो तांती, देबू साहनी , श्याम सुंदरी देवी, विक्रम कुमार अनरसा देवी कमला देवी सहित दर्जनभर से अधिक लोगों को कुत्तों ने काट कर जख्मी कर दिया है. इसके बाद इन लोगों को आनन – फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चेरिया बरियारपुर लाया गया, जहां इन लोगों का प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है.
इस मामले में लोगों का कहना है कि आदमखोर कुत्ते झुंड में लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. ऐसे कुत्तों का आतंक पिछले एक वर्ष से चल रहा है, लेकिन स्थानीय प्रशासन सही से इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहा है. हालांकि, कुछ दिन पहले आदमखोर कुत्तों के आंतक को देखते हुए वन विभाग की टीम अब तक 42 कुत्तों का एनकाउंटर कर चुकी है, लेकिन संख्या उससे कहीं अधिक है. लोगों का कहना है कि पटना से आये शूटर शक्ति कुमार ने अपने तीन सदस्यीय टीम के साथ बछवाड़ा, कादराबाद, अरबा, भिखमचक और रानी पंचायत के बहियार क्षेत्र में ही आदमखोर कुत्तों का एनकाउंटर किया, शेष जगहों पर कुत्तों की संख्या में कोई कमी नहीं आयी है.