Bihar News: स्थानीय थाना क्षेत्र के चौसंडा पंचायत के बबुरबन्ना गांव के वार्ड संख्या 6 में नल का जल पीने से करीब दो दर्जन से अधिक लोग डायरिया के शिकार हो गये हैं. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. सभी डायरिया से प्रभावित ग्रामीणों का इलाज के लिए शुक्रवार को परवलपुर बाजार के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है.
पीड़ितों में सविता कुमारी, मुन्नी कुमारी, नंदिनी, प्राची, छोटे चौहान, सुनील कुमार, किशोरी चौधरी, भगवती देवी, उदय प्रसाद हैं. पीड़ितों ने बताया कि गांव में नल-जल योजना के तहत जो पानी वार्ड नंबर छह में सप्लाई होती है. उसका पाइप फटा हुआ है और नाली का पानी उसमें जाते रहता है. वहीं पानी पीने से उल्टी और दस्त होने लगा और वे लोग डायरिया के शिकार हो गये. दो दिन पूर्व करीब दस लोगों के साथ ऐसा हुआ, जिसका ईलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया.
धीरे-धीरे उस वार्ड के जितने घरों में नल के पानी का उपयोग किया, करीब-करीब सभी घरों के लोग डायरिया की चपेट में आ रहे हैं. पीएचसी प्रभारी परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि बुधवार को दस लोगों को पीएचसी में इलाज के लिए लाया गया. इनमें चार को रेफर किया गया है. पीड़ितों के कई परिजनों ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर इलाज नहीं मिलने के कारण वे लोग अपने मरीजों का निजी नर्सिंग होम में इलाज करवा रहे हैं.
निजी नर्सिंग होम में इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि कुछ मरीज को छुट्टी दे दिया गया है, लेकिन अभी भी दर्जनभर मरीज का इलाज चल रहा है. बीडीओ उषा कुमारी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि प्रथम दृष्टया दूषित जल पीने के कारण ही डायरिया होने की आशंका है. गांव में डाक्टरों की एक टीम गयी है. बबुरबन्ना के वार्ड नंबर छह में फटे पाइप को बना दिया गया है. प्रभावी क्षेत्रों के आसपास के नाले और कुआं में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर दिया गया है.
Posted by: Radheshyam Kyshwaha