विधान परिषद के उपसभापति डॉ. पूर्वे का ये अंदाज देख लोग बोले वाह…, लोहिया भी इसलिए जाने जाते थे..
विधान परिषद के उपसभापति डॉ. राम चंद्र पूर्वे सीतामढ़ी में बच्चों को पढ़ाते दिखे. इस रूप में उन्हें देख छात्र और शिक्षक उत्साहित थे. वहीं, इस दौरान उन्होंने छात्रों को 'डी फोर' का फार्मूला बताया.
सीतामढ़ी. बिहार विधान परिषद के उपसभापति डॉ. राम चंद्र पूर्वे सीतामढ़ी पहुंचे थे. यहां वो एक अलग अंदाज में दिखे. उन्हें यहां शिक्षक के भूमिका में देखा गया. इस दौरान छात्रों को सफलता के लिए उन्होंने ‘डी फोर’ का फार्मूला दिया- ड्रीम, डिसिप्लिन, डिटरमिनेशन और डायरेक्शन का पाठ पढ़ाया.
सीतामढ़ी पहुंचे विधान परिषद के उपसभापति
विधान परिषद के उपसभापति डॉ. राम चंद्र पूर्वे सीतामढ़ी के सोनबरसा स्थित नंदीपत जीतू उच्च माध्यमिक विद्यालय में पहुंचे थे. यहां छात्रों को पाठ पढ़ाया. इस दौरान उन्होंने डी फोर फार्मूला के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि ड्रीम से तात्पर्य है कि जगते हुए अच्छा भविष्य बनाने का सपना देखना, डिसिप्लिन का अर्थ जीवन में सफलता के लिए अनुशासन जरूरी है. डिटरमिनेशन यह है कि स्वयं की पहचान बनाना एवं डायरेक्शन का मतलब है कि उचित मार्ग की ओर अग्रसर रहना है.
‘जहां भी जाऊंगा छात्रों का एक वर्ग जरूर लूंगा’
डॉ. राम चंद्र पूर्वे ने 9 वीं एवं 10 वीं को छात्रों को पढ़ाते हुए छात्रों से आग्रह किया. उन्होंने कहा कि जीवन में यह मंत्र अपना लीजिए आप जरूर कामयाब होंगे. निरीक्षण के दौरान पदाधिकारी को विद्यालय में क्लास लेना चाहिए चाहे कमिश्नर, जिला पदाधिकारी, बीडीओ या शिक्षा विभाग के कोई अधिकारी हो. विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निश्चित रूप से बच्चों को पढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब में राम मनोहर लोहिया महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर में प्रभारी प्राचार्य थे तो दो क्लास कम से कम जरूर लेते थे. पदाधिकारी एवं प्रधानाध्यापक के स्वयं क्लास लेने से शिक्षकों को प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने कहा कि मैं जहां भी जाऊंगा छात्रों का एक वर्ग जरूर लूंगा.
छात्र समय का सही सदुपयोग करें- डॉ. पूर्वे
डॉ. पूर्वे ने छात्रों से कहा कि 24 घंटा को तीन भागों में बांट कर सदुपयोग करें. पहला सुबह 4 बजे जग नित्य क्रिया के बाद व्यायाम करें, फिर पढ़ाई करनी चाहिए. मानसिक विकास के लिए शाम में खेल एवं संगीत अपनी रूचि के अनुसार अपनाना चाहिए. अच्छे स्वास्थ्य के लिए बच्चों को सात घंटे जरूर सोना चाहिए. स्वस्थ नींद बच्चों की सेहत के लिए आवश्यक है. वहीं, डॉ. पूर्वे के पढ़ाई जाने से छात्र काफी खुश थे और शिक्षक भी उत्साहित दिखे.