इंडो-नेपाल बॉर्डर से बिहार में हो रहा नशे का कारोबार, 3 करोड़ के चरस के बाद अब सवा करोड़ का गांजा जब्त
इंडो-नेपाल बॉर्डर से बिहार में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है. एक ओर जहां बिहार पुलिस जहरीली शराब से हो रही मौत से परेशान है, वहीं दूसरी ओर लगातार दूसरे दिन इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नशे की बड़ी खेप पकड़ी गयी है.
सुपौल. इंडो-नेपाल बॉर्डर से बिहार में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है. एक ओर जहां बिहार पुलिस जहरीली शराब से हो रही मौत से परेशान है, वहीं दूसरी ओर लगातार दूसरे दिन इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नशे की बड़ी खेप पकड़ी गयी है. शनिवार को बेतिया में करीब तीन करोड़ का चरस जब्त हुआ था, वहीं रविवार को सुपौल से लगी इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी के जवानों ने करीब सवा करोड़ का गांजा जब्त किया है.
एक करोड़ 20 लाख का गांजा जब्त
बताया जाता है कि एसएसबी 45वीं बटालियन के शैलेशपुर बीओपी के जवानों ने गुप्त सूचना के आधार पर भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गांजा को जब्त किया है. इस दौरान एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि 20 बोरी गांजा जब्त किया गया है, ये लगभग 600 किलोग्राम है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत एक करोड़ 20 लाख आंकी जा रही है. गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ की जा रही है.
बॉर्डर पीलर संख्या 205 के रास्ते गांजे की तस्करी होने की थी सूचना
इस संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए एसएसबी 45वीं बटालियन के कार्यवाहक कमांडेंट आलोक कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि गांजे की एक बड़ी खेप सीमा पार से आ रही है. बॉर्डर पीलर संख्या 205 के रास्ते गांजे की तस्करी होने की सूचना मिलते ही वहां एक नाका का गठन किया गया. देर रात नाका दल ने देखा कि कुछ लोग अपने सिर पर बोरी लेकर नेपाल से भारत में प्रवेश कर रहे हैं. नाका दल के जवानों ने जब उन लोगों को रोका तो वे नेपाल के तरफ भाग गये.
गिरफ्तार तस्कर नेपाल का नागरिक
उन्होंने कहा कि गांजे की बरामदगी के बाद नाका दल के जवानों ने पूरे इलाके की छानबीन की है. इस छानबीन में 20 बोरी और गांजा मिला है. डॉग स्क्वायड के माध्यम से इसकी पहचान की गयी है. इस दौरान एक व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है. गिरफ्तार तस्कर की पहचान नेपाल सुनसरी जिले के भंटाबारी निवासी रामचंद्र यादव के रूप में की गयी है. जब्त गांजे और व्यक्ति दोनों को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पटना के हवाले कर दिया गया है.