Explainer Story: भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाका नशे का व्यापार और तस्करी का बड़ा अड्डा बन चुका है. आए दिन यहां चरस, गांजा, स्मैक, ब्राउन शुगर के साथ सप्लायर पकड़े जाते हैं. कभी छोटे खेप तो कभी बड़ा खेप, अक्सर सीमावर्ती इलाकों में ये तस्करों के पास से जब्त होते हैं. मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए बिहार पुलिस लगातार सक्रियता बढ़ाई रहती है लेकिन तस्कर इसकी परवाह किए बगैर खेप लेकर आते हैं. हाल में ईओयू की बैठक भी हुई थी जिसमें तय हुआ था कि नशे के सौदागरों का कमर तोड़ने के लिए एनसीबी, एसएसबी समेत अन्य एजेंसियों की मदद ली जाएगी.
बिहार के सीमावर्ती जिलों में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है. सीमावर्ती इलाकों से नशे का खेप लेकर तस्कर प्रवेश करते हैं. आसानी से माल बिहार में प्रवेश कर जाए, इसके लिए वो अलग-अलग हथकंडे अपनाते हैं. इसके हॉट स्पॉट को भी चिन्हित किया गया है जिसमें विशेष अभियान चलाए जाते हैं. नेपाल से सटे 8 जिले सीतामढ़ी, मधुबनी,पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सुपौल, अररिया और किशनगंज इनमें शामिल हैं.
हाल में ही आर्थिक अपराध इकाई ने एक आंकड़ा पेश किया था. जिसमें ईओयू की ओर से बताया गया कि वर्ष 2017 से 2022 के बीच बिहार में इन मादक पदार्थों के साथ 6073 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं. इनमें सबसे अधिक 2031 अभियुक्त पिछले साल यानि 2022 में गिरफ्तार हुए थे.एसएसबी को भारत-नेपाल बॉर्डर एरिया पर अलर्ट किया गया है.
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किशनगंज में पिछले साल जब गुप्त सूचना पर छापेमारी की गयी थी तो कबाड़ी के ठिकाने पर अमेरिकी डॉलर, नेपाली करेंसी समेत नशीले पदार्थ मिले थे. ब्राउन शुगर, विदेशी शराब आदि के साथ कई लोग गिरफ्तार किए गए थे.सीतामढ़ी के मिठनपुरा में पिछले साल पकड़ाए तीन तस्करों ने पुलिस को नेपाल कनेक्शन बातया था. 25 लाख से अधिक कीमत की ब्राउन शुगर इनके पास से जब्त की गयी थी. पुलिस ने बताया था कि इनमें एक परवेज ड्रग्स सप्लाई का सिंडिकेट चलाता था. उसने पुलिस को बताया था कि नेपाल बॉर्डर पार करके वो मोतिहारी व सीतामढ़ी के रास्ते ड्रग्स (चरस, स्मैक व ब्राउन शुगर) कैसे मंगवाता है. दो दर्जन से अधिक स्मैकियर उसके इस गिरोह में शामिल थे जिनमें महिलाएं भी थी.
बिहार में नेपाल की खुली सीमा होने का फायदा से तस्कर उठाते हैं. जोगबनी समेत अन्य जगहों पर इन तस्करों ने अपना ठिकाना बनाया है. वो सड़क मार्ग के द्वारा आसानी से अन्य जिलों में चले जाते हैं. सीमांचल क्षेत्र में आए दिन ये तस्कर पकड़े जाते हैं. वहीं सीतामढ़ी में हाल में ही तस्करी के लिए ले जा रहे 363 किलो वजन गांजा के साथ 4 तस्करों को गिरफ्तार किया गया था. इसकी कीमत करीब 2 करोड़ आंकी गयी थी. कंटेनर के तहखाने में गांजा छिपाकर ये लोग ले जा रहे थे. पूछताछ में तस्करों ने बताया था कि नेपाल के जनकपुर इलाके से ये प्रतिबंधित गांजा खरीदकर लाए थे. सीतामढ़ी के रास्ते इसे गोपालगंज लेकर जा रहे थे.
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किशनगंज के ठाकुरगंज में सीमा पार नेपाल से ब्राउन शुगर लाते एक युवक को एसएसबी जवानों ने हाल में गिरफ्तार किया. पकड़े गये युवक की पहचान राजा कुमार साहनी (26 वर्ष ) इटालबस्ती ठाकुरगंज के रूप में की गई. इस बाबत एसएसबी सूत्रों ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा स्तंभ संख्या 110/2 के पास यह कार्यवाई हुई. इस दौरान 27.40 ग्राम संभावित ब्राउन शुगर के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया. आरोपित को थाना कुर्लिकोट को सौंप दिया गया.
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पूर्णिया के हाट थाने की पुलिस ने कार्रवाई कर 50 ग्राम स्मैक के साथ चार तस्कर को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार कारोबारियों में दो थोक विक्रेता एवं दो खुबरा विक्रेता है.थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी, कि पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास स्थित विद्यापति नगर रेलवे ढाला के पीछे स्मैक की खरीद बिक्री की जा रही है. सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार कारोबारी के हाट एवं मधुबनी टीओपी क्षेत्र के रहने वाले हैं.स्मैक के साथ गिरफ्तार चार कारोबारी को के हाट थाने की पुलिस ने जेल भेज दिया है. जेल भेजे गये अभियुक्तों में के हाट थाना क्षेत्र के विद्यापति नगर का सूरज कुमार विश्वास, सदर थाना क्षेत्र के रामबाग ड्राइवर टोला का अजय कुमार एवं आदित्य आनंद और मधुबनी टीओपी क्षेत्र के कृष्णा पुरी यादव टोला का मनीष कुमार शामिल है. जेल भेजे गये कारोबारियों में दो थोक विक्रेता एवं दो खुदरा विक्रेता हैं.
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सीतामढ़ी के सोनबरसा थाने की पुलिस ने समकालीन अभियान के तहत 10 अगस्त की रात यमुनिया गांव में छापेमारी कर चरस तस्करी मामले में अभियुक्त जीतू उर्फ नागेंद्र राय के पुत्र गोलू कुमार उर्फ कृष्ण कुमार राय को गिरफ्तार कर लिया. कार्रवाई दल का नेतृत्व कर रहे थानाध्यक्ष शंभूनाथ सिंह ने बताया कि एक सितंबर 2022 को नौ किलोग्राम चरस के साथ गोलू के दो साथियों को गिरफ्तार किया गया था.