सीतामढ़ी में गिरफ्तार शराबी की पुलिस हिरासत में मौत, थानेदार सस्पेंड
जिले के मेहसौल ओपी की पुलिस हिरासत में एक शराब के साथ गिरफ्तार व्यक्ति की मौत हो गयी. परिजनों का कहना है कि मौत ओपी पुलिस की पिटाई से हुई है. इस घटना के बाद सीतामढ़ी सदर अस्पताल में मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया.
सीतामढ़ी. जिले के मेहसौल ओपी की पुलिस हिरासत में एक शराब के साथ गिरफ्तार व्यक्ति की मौत हो गयी. परिजनों का कहना है कि मौत ओपी पुलिस की पिटाई से हुई है. इस घटना के बाद सीतामढ़ी सदर अस्पताल में मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया.
मौके पर पहुंचे जिले के एसपी तक को आक्रोशित लोगों का विरोध झेलना पड़ा. पूरे मामले पर एसपी हर किशोर राय ने बताया कि थानाध्यक्ष पर लापरवाही की बात सामने आ रही है. इस मामले में एसपी ने मेहसौल ओपी प्रभारी मोसिर अली को सस्पेंड कर दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार सीतामढी शहर के मेहसौल ओपी की पुलिस ने विश्वनाथ चौधरी को शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया था. परिजनों ने आरोप लगाया कि शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने विश्वनाथ चौधरी की जमकर पिटाई की थी. स्थिति बिगड़ने पर इलाज भी नहीं करवाया. इससे उसकी मौत पुलिस हिरासत में ही हो गयी.
पुलिस हिरासत की मौत की सूचना के बाद जिले के एसपी हरिकिशोर राय भी अस्पताल पहुंचे. वहां उन्हें भारी विरोध झेलना पड़ा. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने सीतामढ़ी सदर अस्पताल में पुलिस कर्मियों के साथ न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि पुलिस का राइफल छीनने का भी प्रयास किया. एसपी के पहुंचते ही आक्रोशित परिजन हंगामा करने लगे और मुआवजा के साथ ही आरोपी पुलिस अधिकारी पर तुरंत कार्रवाई की मांग करने लगे.
एसपी के काफी समझाने बुझाने के बाद हंगामा शांत हो पाया. एसपी ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि मामला की जांच की जा रही है और दोषी पुलिस अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एसपी हर किशोर राय ने बताया की मेडिकल टीम शव का पोस्टमार्टम करेगा और मौत की वजह सामने आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बताया जाता है कि मेहसौल ओपी क्षेत्र के कृष्णानगर मुहल्ले से विश्वनाथ चौधरी को पुलिस ने शराब के नशे में गिरफ्तार किया था. पुलिस का यह भी कहना है कि विश्वनाथ चौधरी के पास से नेपाली सोफी शराब भी बरामद किया गया है.
मृतक विश्वनाथ चौधरी इससे पूर्व भी दो बार शराब के कारोबार में जेल जा चुका है. म़तक के पुत्र शिवनाथ चौधरी ने बताया कि सुबह पुलिस उनको अपने साथ गिरफ्तार करके ले गयी और शाम को उनके मौक की खबर मिली.
म़तक के पुत्र ने बताया कि उनके द्वारा कई बार थाने मे जाकर पिता से मुलाकात करने की कोशिश भी की गयी, लेकिन उनको उनसे मिलने नही दिया गया था. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को कुछ देर के लिए मेहसौल चौक को जाम किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
Posted by Ashish Jha