दलित उत्पीड़न के मामले में फंसे सिपाही चयन पर्षद के ओएसडी रहे डीएसपी कमलाकांत, दर्ज होगी प्राथमिकी

सिपाही चयन पर्षद के ओएसडी रहे डीएसपी कमलाकांत प्रसाद की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं. गया में नाबालिग के साथ रेप के मामले में आरोपित डीएसपी के विरुद्ध गोपालगंज में दलित के साथ उत्पीड़न के मामले में सीआइडी कमजोर वर्ग की एसपी वीणा कुमारी ने गोपालगंज के एसपी को पत्र भेजकर तत्काल प्रभाव से प्राथमिकी दर्ज कराने का अनुरोध किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 30, 2021 6:47 AM

गोपालगंज. सिपाही चयन पर्षद के ओएसडी रहे डीएसपी कमलाकांत प्रसाद की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं. गया में नाबालिग के साथ रेप के मामले में आरोपित डीएसपी के विरुद्ध गोपालगंज में दलित के साथ उत्पीड़न के मामले में सीआइडी कमजोर वर्ग की एसपी वीणा कुमारी ने गोपालगंज के एसपी को पत्र भेजकर तत्काल प्रभाव से प्राथमिकी दर्ज कराने का अनुरोध किया है.

सीआइडी की ओर से भेजे गये पत्र में कहा गया है कि सीआइडी कमजोर वर्ग की टीम ने आवेदक आशुतोष द्विवेदी के आवेदन पर सोमवार की देर शाम तक एएसपी मदन आनंद, डीएसपी ममता कल्याणी, व डीएसपी पीटर के नेतृत्व में जांच की.

भोरे थाना क्षेत्र के सेमरा गांव के रहनेवाले सुरेंद्र गोंड ने जांच अधिकारियों के सामने अपना बयान दर्ज कराते हुए कहा कि एक जुलाई, 2015 को हथुआ के तत्कालीन एसडीपीओ कमलाकांत प्रसाद उसे गिरफ्तार कर हथुआ एसडीपीओ कार्यालय ले गये.

वहां कटेया थाने के पटखौली गांव के आशुतोष दुबे के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहने लगे. इन्कार करने पर सार्वजनिक रूप से जातिसूचक शब्दों का उपयोग कर गाली-गलौज की. साथ ही आर्म्स एक्ट में जेल भेज देने की धमकी दी. उनकी धमकी के डर से सादे कागज पर साइन कर दिया. उसके बाद कटेया थाना कांड संख्या-112/2015 दर्ज कराया गया.

जांच टीम के सामने सुरेंद्र गोंड ने उचित कार्रवाई का अनुरोध किया. पीड़ित ने अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार का आरोप तत्कालीन एसडीपीओ कमलाकांत प्रसाद पर लगाया है. पीड़ित के आवेदन पर 24 घंटे में अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में प्राथमिकी दर्ज कराने का अनुरोध किया गया है.

Posted by Ashish Jha

Next Article

Exit mobile version