पटना DTO अगले महीने हो जाएगा शिफ्ट, बांकीपुर बस डिपो को पूरी तरह शिफ्ट होने में अभी लगेगा वक्त
बांकीपुर बस डिपो से बिहार के सभी हिस्सों, नेपाल और दिल्ली के लिए बसों की आवाजाही होती है. हालांकि, अभी पटना से बाहर के यात्रियों के लिए फुलवारीशरीफ स्थित परिवहन परिसर से बस पकड़ना मुश्किल है. खासकर रात के वक्त परेशानी और भी बढ़ सकती है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को फुलवारीशरीफ स्थित नवनिर्मित परिवहन परिसर का उद्घाटन किया. जानकारी के मुताबिक फिलहाल परिवहन विभाग परिवहन परिसर से तत्काल प्रभाव में दो रूट दानापुर और पटना एम्स के लिए बसों की आवाजाही शुरू करेगा. वहीं अन्य बसों का फिलहाल गांधी मैदान से सटे बांकीपुर बस डिपो से बसों का परिचालन कुछ महीने तक होते रहेगा.
बांकीपुर बस डिपो पूरी तरह से नहीं होगा शिफ्ट
बांकीपुर बस डिपो से बिहार के सभी हिस्सों, नेपाल और दिल्ली के लिए बसों की आवाजाही होती है. हालांकि, अभी पटना से बाहर के यात्रियों के लिए फुलवारीशरीफ स्थित परिवहन परिसर से बस पकड़ना मुश्किल है. खासकर रात के वक्त परेशानी और भी बढ़ सकती है. परिवहन विभाग में एक बड़े वर्कशॉप (कर्मशाला) का जीर्णोद्धार का काम चल रहा है. परिवहन परिसर से बसों के संचालन में एक बड़ी दिक्कत कर्मचारियों की कमी से भी जुड़ी है. जानकारी के मुताबिक, बांकीपुर बस डिपो को पूरी तरह से परिवहन परिसर में शिफ्ट नहीं किया जायेगा.
पेट्रोल पंप और सीएनजी स्टेशन नहीं बनने से बसों को शिफ्ट करने में होगी परेशानी
परिवहन परिसर पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है (वर्कशॉप को छोड़कर). लेकिन सरकारी बसों की सैंकड़ों की संख्या में रोजाना आवाजाही होती है. परिवहन परिसर में अब तक पेट्रोल पंप और सीएनजी स्टेशन बनकर तैयार नहीं हुए हैं.दोनों के बन जाने के बाद ही यहां पूरी तरह से बसों की आवाजाही शुरू होगी.
Also Read: पटना के फुलवारी में परिवहन भवन, आयकर गोलंबर पर कर भवन व गर्दनीबाग में आवसीय परिसर का हुआ उद्घाटन
डीटीओ ऑफिस के शिफ्ट होने में भी अभी थोड़ा वक्त
फिलहाल डीटीओ ऑफिस का संचालन गांधी मैदान से सटे बिस्कोमान भवन से हो रहा है. हालांकि , प्रशासनिक काम होने की वजह से डीटीओ को शिफ्ट करने में खासा परेशानी नहीं होनी चाहिए. लेकिन फुलवारीशरीफ परिवहन परिसर से जुड़ी व्यापक जानकारी लोगों के बीच नहीं है. लेकिन एक महीने के अंदर डीटीओ को फुलवारीशरीफ स्थित परिवहन परिसर में शिफ्ट किए जाने की उम्मीद है.