पटना में दुर्गोत्सव की तैयारी शुरू, आर्मी के सम्मान में बनेगा आनंदपुरी का पंडाल, मीठापुर में दिखेगी G20 की झलक

पटना में दुर्गोत्सव को लेकर उत्साह दिखने लगा है. जगह जगह तैयारियां शुरू हो गई. कहीं ऐतिहासिक विरासतों तो कहीं जी 20 की थीं पर पंडाल बनाए जा रहे हैं. हम आपको राजधानी में हो रही इन्हीं तैयारियों के बारे में बता रहे हैं.

By Anand Shekhar | September 28, 2023 4:23 PM

पटना में दुर्गा पूजा की तैयारी तेज हो गयी है. दुर्गोत्सव को लेकर बाजार में उत्साह का माहौल है. बाजार सज चुके हैं और जगह-जगह माता की मूर्ति का निर्माण शुरू हो गया है. कई समिति के लोग पूजा की थीम पर चर्चा कर रहे हैं, तो कई चौक-चौराहों पर पंडालों का काम भी आरंभ हो गया है. राजधानी में जगह-जगह भव्य और आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हैं.

आनंदपुरी में इंडियन आर्मी के सम्मान में तैयार होगा पूजा पंडाल

आनंदपुरी स्थित श्री विजय वाहिनी दुर्गा पूजा समिति की ओर से लाखों की लागत से दुर्गा पूजा पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. यहां इंडियन आर्मी कारगिल पहाड़ पर मोर्चा संभालती नजर आयेगी. इस बार कोलकाता से आये मूर्तिकार मूर्ति बनाने में लगे हैं. वहीं, मधुपुर के कारीगर बच्चों के कपड़ों की मदद से सजावट करेंगे. इसमें करीब बीस हजार कपड़े लगेंगे. समिति के लोगों का अनुमान है कि इस पर 10 लाख रुपये खर्च होंगे. पंडाल और लाइट की बुकिंग हो चुकी है.

वर्ष 1982 से समिति कर रही दुर्गोत्सव का आयोजन

श्री विजय वाहिनी दुर्गा पूजा समिति पिछले 48 वर्षों से भगवती की पूजा और भव्य आयोजन करती आ रही है. माता की पूजा सबसे पहले वर्ष 1982 में शुरू हुई थी. उस समय समिति के संस्थापक यूएस वैध थे. उन्होंने छह-सात लोगों की टीम के साथ इसकी शुरुआत की थी. वर्ष 1995 से यह आयोजन भव्य रूप लेने लगा और वर्तमान में विभिन्न प्रकार की थीम पर कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. फिलहाल समिति में 25 लोग हैं और बाकी आयोजन में मोहल्लेवासी भी हिस्सा लेते हैं.

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पंडाल से लोगों को दिया जाएगा सामाजिक संदेश

समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार कहते हैं कि इस बार इंडियन आर्मी के सम्मान में पंडाल तैयार किया जायेगा. इससे लोगों को एक सामाजिक संदेश भी मिलेगा. इसके अलावा, पिछले साल आकर्षण के लिए किताबें रास्तों पर लटकाई गयी थीं, जिन्हें विसर्जन के बाद छात्रों के बीच वितरित किया गया था. इससे सामान बर्बाद नहीं होता. इस बार भी बच्चों के बीच कपड़े बांटे जायेंगे. समिति द्वारा रात भर प्रसाद का वितरण किया जायेगा.

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गौड़ीय मठ में लाल किला की तरह बनेगा पंडाल

पटना के मीठापुर के गौड़ीय मठ में पंडाल निर्माता उपेन्द्र कुमार अपना हुनर दिखाने में जुटे हैं. इस बार श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए देश की विरासत लाल किले जैसा दिखने वाले वातानुकूलित पंडाल की ऊंचाई करीब 50 फुट और चौड़ाई 40 फुट होगी. बता दें इस समिति का गठन सन् 1998 में हुआ था. तब करीब पांच से छह लोगों ने इसकी शुरुआत की थी. अब समिति में सौ से भी ज्यादा लोग हैं. वहीं रायपुर के मूर्तिकार विकास पाल प्रतिमा तैयार करने में लग गये हैं. इसमें मां दुर्गा के साथ भारत माता दुष्टों एवं राक्षसों का संहार करती दिखेंगी. इसके साथ ही माता लक्ष्मी, विघ्नहर्ता गणेशजी, माता सरस्वती एवं भगवान कार्तिक भक्तों को आशीर्वाद देते दिखेंगे.

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सनी देओल के संग सेल्फी ले सकेंगे भक्तगण

समिति के सुनील गुप्ता ने बताया कि आसपास के स्थानों व घरों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाएगा. मुख्य सड़क पर 50 फुट चौड़ी शार्पी ट्रस्ट लाइटें लगायी जाएंगी. उन्होंने कहा कि पूजा के दौरान यहां भारत की अध्यक्षता में हुई जी 20 बैठक की झलकियां भी दिखाई जाएंगी, जिसमें भारत अन्य देशों के सभी राष्ट्रीय अध्यक्षों की प्रतिमाएं और उनके राष्ट्रीय ध्वज लगाये जाएंगे. वहीं, फिल्म गदर-2 के सनी देओल की एक्शन पोज में प्रतिमा बनायी जाएगी और लोग उसके साथ सेल्फी ले सकेंगे. पटना स्थित ऐतिहासिक और नये पर्यटन स्थलों का वीडियो बनाकर डिजिटल दर्शन बड़े स्क्रीन पर दिखाया जाएगा, जिसे पटना दर्शन का नाम दिया गया है.

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ऐसी है पूजा की तैयारी

समिति के सचिव टिंकू गुप्ता ने बताया कि पूजा के दौरान 10 दिनों तक महाभोग का वितरण किया जायेगा तथा सप्तमी, अष्टमी व नवमी के दिन दो लाख लोगों के लिए प्रसाद की व्यवस्था की गयी है. प्रसाद के रूप में खीर, खिचड़ी और हलवा वितरित किया जाएगा. अनुमान है कि पूजा पर 13 लाख रुपये खर्च होंगे, जो दान और सदस्यों के निजी कोष से पूरा किया जाएगा. उन्होंने बताया कि सप्तमी को भक्तों के लिए पट खोला जाएगा. सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे. इसके साथ ही 20 से अधिक स्वयंसेवक सक्रिय रहेंगे.

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