बिहार में दुर्गा पूजा को लेकर उत्साह का माहौल है. हर तरफ दुर्गा पूजा की धूम है. शहर के विभिन्न पूजा पंडालों में रविवार को सप्तमी के दिन पट खुल जायेगा, और मां के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जायेगी. दुर्गा सप्तशती के पाठ के साथ माता दुर्गा व अन्य देवी देवताओं के गीत हर जगह गूंज रहे हैं. इससे उल्लास का वातावरण बन गया है. शिक्षण संस्थानों में छुट्टी हो चुकी है.
आज आश्विन शुक्ल सप्तमी में देवी दुर्गा का पट खुल गया है. अब श्रद्धालु अगले चार दिनों तक माता की विशेष आराधना में लीन हो जायेंगे. आज पट खुलने के बाद श्रद्धालुओं को माता का विहंगम दर्शन प्राप्त होगा. सोमवार को महाअष्टमी में माता महागौरी की पूजा के साथ शृंगार पूजा भी की जायेगी. वहीं महानवमी के दिन मंगलवार को सिद्धिदात्री माता की पूजा, दुर्गा सप्तशती पाठ का समापन, हवन, पुष्पांजलि व कन्या पूजन किया जायेगा.
रविवार को सप्तमी तिथि, मूल नक्षत्र और सौभाग्य योग में स्थापित माता जगत जननी की विधि-विधान से पूजा के बाद शहर के सभी पूजा पंडालों, घरों व मंदिरों में माता का पट खोला जायेगा. इसी के साथ तीन दिनों तक पूरा शहर आज से माता के दर्शन के लिए सड़कों पर उमड़ेगा. रविवार को ही देवी के सातवें स्वरूप माता कालरात्रि की पूजा भी होगी.
सप्तमी तिथि शाम 06:22 बजे तक है. शुभ मुहूर्त सुबह 07:42 बजे से दोपहर 11:39 बजे तक फिर 01:08 बजे 02:36 बजे तक है. इसी समय अंतराल में माता का पट खुलेगा. श्रद्धालु मां दुर्गा का दिव्य दर्शन सुबह से ही कर रहे है. पत्रिका प्रवेश की पूजा व मध्यरात्रि में अष्टमी तिथि हो जाने पर महानिशा पूजा भी की जायेगी. मंदिर के पट खुलते ही पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ जुट गयी.