शहर की पूजा समितियां दुर्गोत्सव की तैयारी में लग गयी हैं. हर जगह थीम आधारित पंडाल और मूर्तियों का निर्माण कराया जा रहा है. इस वर्ष खाजपुरा के शिव मंदिर स्थित ‘श्रीश्री दुर्गा पूजा महोत्सव समिति’ मध्यप्रदेश के एक पैलेस की तर्ज पर पंडाल का निर्माण करेगी. ये समिति वर्ष 1932 से दुर्गा पूजा का आयोजन करती आ रही है. इस वर्ष पंडाल की रूपरेखा और प्रारूप के बारे में समिति के सदस्य श्रवण कहते हैं- पंडाल की लंबाई लगभग 85 फुट और चौड़ाई 75 फुट होगी. पंडाल की लाइटिंग के लिए कोलकाता और पटना के कारीगरों को काम सौंपा गया है. जबकि, पंडाल निर्माण में जामताड़ा से कारीगर आये हैं. थर्मोकोल से कलाकृति बनाने का काम तीन लोगों के जिम्मे है. इसमें नौशाद, राजू व सलील शामिल हैं.
श्रीश्री दुर्गा पूजा महोत्सव समिति खाजपुरा स्थित शिव मंदिर के पास जो पंडाल बना रही है, उसपर लगभग 20 लाख का रुपये खर्च होने का अनुमान है. समिति के सदस्यों ने बताया कि यहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी से निगरानी होगी. अग्निशमन और आग से सुरक्षा की पूरी व्यवस्था होगी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दर्जनों वॉलंटियर लगे रहेंगे. किसी भी प्रकार की सूचना देने के लिए साउंड की व्यवस्था होगी. सप्तमी को मां का पट खोला जायेगा. उस दिन से महादशमी तक प्रसाद का वितरण जारी रहेगा.
Also Read: Bihar Weather Update: पटना से पूर्णिया तक फिर कब से होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग का है ये अपडेट
मूर्तिकार कर्म राव ने बताया कि मां दुर्गा अपने पूरे परिवार के साथ तीन राक्षसों का संहार करती नजर आयेंगी. भगवान शिव, गणेश और कार्तिक के साथ मां सरस्वती और मां लक्ष्मी दिखेंगी. मां सरस्वती ज्ञान रूपी शक्ति, तो मां लक्ष्मी धन रूपी सहयोग करेंगी.सदस्यों का कहना है कि इस वर्ष समिति अपना 91 वां वर्षगांठ मनायेंगी.
अध्यक्ष : जानकी सिंह, ललन सिंह, जय प्रकाश सिंह, टीपू सिंह, गौतम सिंह, केदारनाथ सिंह, सुबोध सिंह, सुधीर कुमार, सुभाष प्रताप, राकेश कुमार