पटना में जाति गणना के लिए ‘भूतों’ की लगायी गयी ड्यूटी, चौंकाने वाला मामला आया सामने
पटना में जाति गणना के लिए प्रशिक्षण व प्रगणकों की सूची में कई ऐसे शिक्षकों के नाम हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. वहीं, कुछ रिटायर हो चुके हैं, तो कुछ मातृत्व अवकाश पर हैं, तो कुछ पूर्व में ही त्यागपत्र दे चुके हैं.
पटना: पालीगंज प्रखंड में जाति गणना के लिए प्रशिक्षण व प्रगणकों की सूची में कई ऐसे शिक्षकों के नाम हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. वहीं, कुछ रिटायर हो चुके हैं, तो कुछ मातृत्व अवकाश पर हैं, तो कुछ पूर्व में ही त्यागपत्र दे चुके हैं. कुछ विकलांग शिक्षकों को भी इस कार्य में लगाया गया है. कई ऐसे स्कूलों के नाम है, जहां सभी शिक्षकों के नाम प्रगणक के रूप में हैं. कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां के एक भी शिक्षक का नाम सूची में नहीं है.
अधिकारी झाड़ रहे पल्ला
इस तरह का मामला सामने आने के बाद पदाधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं. जहां बीडीओ संजीव कुमार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सूची भेजने की बात करते हैं, तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सूची भेजने से इनकार कर रहे हैं.
इन शिक्षकों की लगायी गयी है ड्यूटी
1. प्रीति कुमारी मध्य विद्यालय नोनियाचक मातृत्व अवकाश क्रम स. 283
2. गौरीशंकर कुमार मध्य विद्यालय कर्णपुरा ( त्यागपत्र) क्रम स. 264
3. प्रभा देवी मध्य विद्यालय हबसापुर (मृत) क्रम स. 90
4. कृष्ण बल्लव कुमार मध्य विद्यालय चंढोस ( विकलांग) क्रम स. 339
5. गणेश कुमार मध्य विद्यालय बीबीपुर नया (विकलांग) क्रम स.- 108
आर्थिक स्थिति का भी सर्वे किया जाएगा
पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जाति गणना में आर्थिक स्थिति का भी सर्वे होगा. जिले में इसके लिए 11 कोषांग का गठन किया गया है. गणना के समय बिहार के निवासी, जो किसी कारणवश राज्य या देश से अस्थायी प्रवास की स्थिति में होंगे, उनकी भी गणना होगी. डीएम मंगलवार को जाति गणना की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जाति गणना के पहले चरण का काम सात से 21 जनवरी तक चलेगा. इसमें मकान की गिनती व संक्षिप्त गृह पंजी तैयार की जानी है. उन्होंने सभी एसडीओ को अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत जाति गणना की नियमित मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया.