पटना. विधानसभा में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने चार हजार 961 करोड़ का बजट पेश किया. विपक्षी दलों के शोर-शराबे और जोरदार हंगामा के बीच मंत्री ने बजट पेश किया और यह पास भी हुआ. उन्होंने हंगामा के बीच अंतिम 10 मिनट में अपना भाषण पूरा किया. कहा कि अब राज्य में सभी सरकारी भवन भूकंपरोधी बनेंगे. सभी भवनों के निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. सभी भवनों का निर्माण भूकंप के जोन-5 की विशिष्टताओं के अनुसार बनाये जायेंगे.
सात निश्चय योजना के तहत राज्य के 31 जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज के स्थापना की योजना है. इसमें 22 का निर्माण कार्य पूरा हो गया है, जबकि आठ कॉलेजों का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो दिसंबर 2022 तक पूरे हो जायेंगे. इसमें शेखपुरा, खगड़िया, समस्तीपुर, शिवहर, कटिहार, बक्सर, आरा और सीवान शामिल हैं. इसी तरह इस वर्ष दिसंबर तक चार पॉलिटेक्निक कॉलेजों का निर्माण भी पूरा करवा लिया जायेगा. इसमें अरवल, जहानाबाद, पश्चिम चंपारण और भोजपुर शामिल हैं.
अब तक 11 पॉलिटेक्निक संस्थानों का निर्माण पूरा हो चुका है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण भी विभाग करवा रहा है. 71 में 40 संस्थानों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. शेष 31 अनुमंडल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का निर्माण प्रगति पर है. 28 महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के निर्माण में 18 का काम पूरा कर लिया गया है. शेष 10 में कार्य चल रहा है. विधानसभा में भवन निर्माण विभाग के साथ ही परिवहन, नगर विकास एवं आवास विभाग और खनन एवं भूतत्व विभाग के बजट को भी पटल पर प्रस्तुत करते हुए पास कराया गया. भवन निर्माण मंत्री ने कहा कि पिछले 17 वर्ष में भवनों के निर्माण में गुणात्मक और संख्यात्मक दोनों स्तर पर व्यापक बढ़ोतरी हुई है.
राज्य में भवन निर्माण से जुड़ी वृहद परियोजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि पटना के गर्दनीबाग में मंत्री, अधिकारियों और कर्मियों के लिए आवासीय योजना एवं बापू टॉवर, बोधगया में महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र, मुंगेर में वानिकी महाविद्यालय, पटना संग्रहालय के विस्तारित योजना, मुख्य सचिवालय का हिस्सा विश्वेश्वरैया भवन एवं विकास भवन, फुलवारीशरीफ में परिवहन परिसर, बेतिया एवं मोतिहारी में दो हजार क्षमता का प्रेक्षागृह का निर्माण, दरभंगा में तारामंडल, पटना में परीक्षा परिसर, राजगीर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सह खेल अकादमी, पटना में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी, वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं स्मृति स्तूप और पटना सिटी में कम्युनिटी हॉल शामिल हैं.
पटना में 640 करोड़ की लागत से बन रही साइंस सिटी देश की सबसे बड़ी साइंस सिटी होगी. इसमें 200 बच्चों के रहने और कई तरह के प्रयोग की सुविधा होगी. इनके अलावा बड़ी संख्या में प्रखंड कार्यालय, प्रखंड सूचना प्रावैधिकी केंद्र, बाढ़ आश्रय स्थल, वृद्धा आश्रम समेत अन्य का भी निर्माण तेजी से कराया जा रहा है. बिहार में आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में भवनों का निर्माण हो रहा है.
मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दौरान भी भवन निर्माण का कार्य बंद नहीं हुआ. विपरीत परिस्थिति में भी भवन निर्माण का कार्य जारी रखा गया, ताकि बाहर से लौटने वाले श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो सकें. इस दौरान करीब 49 लाख 19 हजार 242 मानव कार्यदिवस का सृजन किया गया. उन्होंने कहा कि बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड विभाग के अधीन काम करने वाला उपक्रम है. इसे 35 अलग विभागों या उपक्रमों से करीब दो हजार 770 परियोजनाएं प्राप्त हुई, जिसमें सात हजार 509 करोड़ की स्वीकृत दी गयी. इसमें दो हजार 80 भवनों का निर्माण कार्य शुरू हुआ और एक हजार 705 योजनाएं पूरी हो गयी हैं.