बिहार के कई हिस्सों में बुधवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल काठमांडू से 66 किलोमीटर पूर्व में था. दोपहर 2 बजकर 52 मिनट बजे भूकंप का झटका महसूस किया गया. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 पाई गई है. हालांकि शॉकवेब काफी कम समय के लिए था. ऐसे में राज्य में बड़े नुकसान की सूचना नहीं है. हालांकि भूकंप काफी कम समय के लिए था, ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों को झटका महसूस तक नहीं हुआ. बताया जा रहा है कि सुरक्षा की दृष्टि से गोपालगंज में 10 मिनट के लिए बिजली भी काटी गयी थी.
भूकंप का झटका काफी कम देर के लिए आया था. मगर बड़े बिल्डिंग में लगे भूकंप अलर्ट मशीन से लोगों को इसकी जानकारी मिल गयी. इसके बाद लोगों आनन-फानन में बिल्डिंग से निकलकर बाहर आ गए. शाम करीब चार बजे तक लोगों में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. हालांकि बाद में स्थिति सामान्य हो गयी. स्थानीय अनिल कुमार ने बताया कि अपने ऑफिस में बैठे थे तभी भूकंप का अलार्म बज गया. इसके बाद सभी लोग बिल्डिंग से बाहर निकल गए. भगवान का शुक्र है कि भूकंप काफी हल्का था. ऐसे में नुकसान नहीं हुआ.
भूकंप आने पर गलती से भी न करें ये काम
भूकंप आने पर काफी सावधानी रखने की जरूरत है. झटका महसूस होते या भूकंप का अलार्म सुनते ही, तुरंत खुले स्थान पर पहुंच जाएं. बड़ी बिल्डिंग, पेड़ या बिजली के खंभे से दूर रहे. बिल्डिंग से उतरने के लिए लिफ्ट का प्रयोग कभी न करें. सीढ़ियों का इस्तेमाल करें. अगर बाहर भागने की जगह न हो तो अपने को किसी ऐसे चीज के छिपायें किसके नीचे आप सुरक्षित हैं. इसके साथ ही, खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर रहें. इनके शरीर पर गिरने से भारी नुकसान हो सकता है.