एडीएम पर आर्थिक अपराध शाखा ने कसा शिकंजा, खनन माफिया से सांठगांठ के मामले में 4 ठिकानों पर हुई छापेमारी
बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. निगरानी से लेकर आर्थिक अपराध शाखा तक एक्शन मोड में है. इन दिनों शराब के साथ-साथ बालू माफिया से सांठगांठ करने वाले अधिकारियों पर खार तौर से कार्रवाई हो रही है.
दरभंगा. बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. निगरानी से लेकर आर्थिक अपराध शाखा तक एक्शन मोड में है. इन दिनों शराब के साथ-साथ बालू माफिया से सांठगांठ करने वाले अधिकारियों पर खार तौर से कार्रवाई हो रही है. ताजा मामला औरंगाबाद के पूर्व जिला परिवहन पदाधिकारी और दरभंगा में आपदा प्रबंधन के समाहर्ता के पद पर तैनात अनिल सिन्हा का है. गुरुवार को आर्थिक अपराध शाखा ने श्री सिन्हा के चार ठिकानों पर छापेमारी की.
आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने गुरुवार को अनिल सिन्हा के पटना के गोला रोड, मजिस्ट्रेट कॉलोनी, भोजपुर स्थित पैतृक आवास और दरभंगा में कार्यालय के साथ-साथ आवास पर छापेमारी की. उनके खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था. उसके बाद कोर्ट से सर्च वारंट जारी हुआ.
सूत्रों की माने तो डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी कर रही इओयू की टीम को अनिल सिन्हा के पास से करोड़ों की अवैध संपत्ति का पता चला है. भ्रष्ट तरीके से संपत्ति अर्जित करने का श्री सिन्हा पर आरोप है. बालू के अवैध खनन मामले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई के रडार पर अभी और भी कई अफसर हैं, जिनपर कार्रवाई होनी है.
हालांकि, इस मामले में अधिकारी फिलहाल कुछ भी बोलने से मना कर रहे हैं. हाल ही के दिनों में शराब और और बालू माफिया से सांठ-गांठ कर अवैध कमाई करने वाले कई अफसरों पर कार्रवाई की जा चुकी है. इसमें आईपीएस अधिकारी तक शामिल हैं. स्पेशल विजिलेंस यूनिट के अलावा आर्थिक अपराध इकाई और निगरानी की टीमों द्वारा छापेमारी कर रही है. इस कार्रवाई से भ्रष्ट अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है.
Posted by Ashish Jha