पटना. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने बालू सिंडिकेट और भ्रष्टाचार से जुड़े धनबाद के बड़े बालू कारोबारी पूरण सिंह की गिरफ्तार कर लिया है. उसे इडी ने पूछताछ के लिए पटना बुलाया था. आदित्य मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में डायरेक्ट के पद पर पूंज उर्फ पूरण सिंह पदस्थापित है. आदित्य मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड जदूय एमएलसी राधाचरण साह की कंपनी की सिस्टर कंपनी है. पूरण सिंह जगनारायण सिंह और उनके बेटे सतीश कुमार के साथ मिलकर बालू का कारोबार करता है. धनबाद से जुड़ी यह तीसरी गिरफ्तारी है.
जारी है बालू सिंडिकेट से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी
जदयू विधान पार्षद राधाचरण सेठ को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद से इडी लगातार कार्रवाई कर रहा है. इससे पहने इडी ने उनके पुत्र कन्हैया को गिरफ्तार किया था. उसके बाद बालू सिंडिकेट और भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में 16 सितंबर को आदित्य मल्टीकॉम से जुड़े बालू कारोबारियों में आदित्य मल्टीकॉम के निदेशक समूह के अधिकारी जगनारायण सिंह जबकि दूसरे अधिकारी सतीश कुमार को को गिरफ्तार किया गया था. आदित्य मल्टीकॉम का कारोबार बिहार के साथ ही झारखंड और दूसरे अन्य कई प्रदेशों में फैला हुआ है. राधाचरण आदित्य मल्टीकॉम और ब्राडसन क साथ मिलकर अपना सिंडिकेट चलाते थे और इन कंपनियों में निवेश कर अवैध कमाई करते थे.
राधाचरण सेठ के बाद उनके पुत्र को भी ईडी ने गिरफ्तार किया
बिहार में फैले बालू के सिंडिकेट को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की गतिविधियां अचानक जोर पकड़ रही हैं. इसी कड़ी में बिहार के बालू कारोबरियों में बड़ा नाम और जदयू विधान पार्षद राधा चरण सेठ को गिरफ्तार किया गया. प्रवर्तन निदेशालय ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए राधा चरण सेठ के बेटे कन्हैया को भी अपने गिरफ्त में ले लिया है. कन्हैया का नाम भी बालू सिंडिकेट में शामिल है और ये अपने पिता यानी सेठ के कारोबार में उनकी मदद करते हैं. इनका सीधा संबंध बिहार के बड़े बालू कारोबारी समूह ब्राडसन के साथ है.
कन्हैया को ईडी ने सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था
प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कन्हैया को ईडी ने सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था. कन्हैया को इस महीने की शुरुआत में भी निदेशालय के दफ्तर पूछताछ के लिए बुलाया गया था. उनसे किए गए सवाल में निदेशालय के हाथ कई अहम जानकारियां लगी थी. कन्हैया को आज वापस पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पूछताछ के क्रम में उनका रवैया संतोषजनक नहीं था. वह निदेशालय के अफसर को जवाब देने से भी बच रहे थे. इसके बाद ईडी ने कन्हैया को बालू सिंडिकेट में बराबरी का साझेदार होने और भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप में अपनी हिरासत में ले लिया.
रिमांड पर लेने की तैयारी में ईडी
सूत्रों की माने तो कन्हैया से लंबी पूछताछ हो सकती है. इसके बाद उन्हें ईडी की विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है. ईडी कोर्ट से उनकी रिमांड की मांग विशेष न्यायालय से करेगी. राधा चरण सेठ को गिरफ्तार करने के बाद बालू सिंडिकेट में शामिल आदित्य मल्टीकॉम के दो कारोबारी जगनारायण सिंह और सतीश कुमार को भी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने शनिवार को अपनी हिरासत में लिया है. बालू के अवैध कारोबार में यह चौथी गिरफ्तारी है.