हाजीपुर. रेलवे स्क्रैप घोटाले में ईडी ने हाजीपुर में बड़ी कार्रवाई की है. इस घोटाले से जुड़े एक रेलवे अधिकारी की संपत्ति जब्त कर ली गयी है. बुधवार को सीबीआई के साथ हाजीपुर पहुंची ईडी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे के एक बड़े अधिकारी की संपत्ति जब्त कर ली है. मामला जमालपुर रेल इंजन कारखाने में स्क्रैप के घोटाले का है. 2013 में पता चला था कि रेलवे के बड़े अधिकारियों और ठेकेदारों ने मिली भगत कर करोड़ों के कबाड़ का घोटाला किया था.
शुरूआती जांच के बाद मामला सीबीआई को सौपा गया. अधिकारियों की अवैध संपत्ति की जांच के लिए ईडी की जांच शुरू की गई. कारखाने में तैनात सीनियर सेक्शन इंजिनियर चंदेश्वर यादव घोटाले के किंग पिंग साबित हुए. इसके बाद ईडी ने रेलवे अधिकारी चंदेश्वर यादव की सम्पत्तियों को जप्त करने की शुरुआत की है.
असिस्टेंट डायरेक्टर प्रवीण झा के नेतृत्व में ईडी की टीम ने हाजीपुर के गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के मदारपुर में सम्बंधित अधिकारी की पत्नी के नाम से खरीदी गई जमीन को जब्त किया. इस जमीन पर ईडी की जब्ती का बोर्ड लगाया गया है. कार्रवाई के लिए पहुंचे ईडी की टीम ने बताया कि रेलवे अधिकारी चंदेश्वर यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है.
फिलहाल वे पटना के जेल में बंद हैं. उन्होंने बताया कि साल 2013 से 17 के बीच में जमालपुर मुंगेर में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर कार्यरत रहते हुए अकूत संपत्ति अर्जित की थी. चंदेश्वर यादव ने स्क्रैप और अन्य रेलवे के सामान बेचकर अकूत संपत्ति बनाया था.
ईडी के द्वारा चंदेश्वर यादव के एवं उनके परिवार के नाम के चल अचल फिक्स डिपाजिट इंश्योरेंस पॉलिसी म्युचुअल फंड करीब साढ़े 3 करोड़ का जब्त किया गया है. चंदेश्वर यादव ने नौकरी में रहते हुए 38 लाख वेतन के मुकाबले 2 करोड़ 33 लाख 96 हजार 990 अर्जित किया था. अकूत संपत्ति अपने पत्नी उर्मिला देवी घर के अन्य सदस्यों के नाम किया था.