IRCTC घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई, लालू यादव व उनके परिवार की संपत्ति अटैच
पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के नाम से प्रॉपर्टी को तीसरी बार अटैच किया है. आईआरसीटीसी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने लालू प्रसाद यादव के 6 करोड़ 2 लाख की संपत्ति अटैच की है.
पटना. प्रवर्तन निदेशालय अर्थात ईडी ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी घोटाले के मामले की धनशोधन की जांच के तहत राजद प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार की 6.02 करोड़ की छह अचल संपत्ति अटैच कर ली है. इडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पटना, गाजियाबाद के साहिबाबाद एक्सटेंशन में छह अचल संपत्तियों और दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में डी-1088 स्थित चार मंजिला बंगले को अटैच करने के लिए एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है.
पटना में राबड़ी के नाम की महुआबाग की जमीन, बिहटा की मीसा की जमीन हुई कुर्क
ईडी के अनुसार अटैच की गई संपत्तियों में पटना के महुआबाग (दानापुर) स्थित दो भूखंड, जिनमें से एक का स्वामित्व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और दूसरे का मालिकाना हक ‘ए के इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड’ के पास है और इसकी मलिकियत लालू प्रसाद के परिवार के पास है.वहीं, पटना के बिहटा इलाके में राजद प्रमुख की सांसद बेटी मीसा भारती का एक भूखंड शामिल है. इसके अलावा, गाजियाबाद के साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित दो औद्योगिक भूखंड है. जो लालू प्रसाद की बेटी हेमा यादव के पति विनीत यादव और ससुर शिव कुमार यादव के नाम पर पंजीकृत भूखंड का एक हिस्सा भी शामिल है.इडी ने कहा कि एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड प्रसाद के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी बहन चंदा यादव के स्वामित्व वाली एक (मुखौटा) कंपनी है और इसका पंजीकृत पता न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र स्थित बंगला है.
2004 से 09 के बीच रेल मंत्री के कार्यकाल का है मामला
ईडी का यह मामला पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और अन्य के खिलाफ सीबीआइ की प्राथमिकी पर आधारित है. यह आरोप लगाया गया है कि 2004-09 की अवधि में भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में कई लोगों को ग्रुप-डी के पदों पर नियुक्त किया गया, जिसके बदले उनसे लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के नाम उनकी जमीन हस्तांतरित कराई गयी.
साढ़े सात लाख में खरीदा और साढ़े तीन करोड़ में बेच दिया
ईडी ने आरोप लगाया कि राबड़ी देवी और हेमा यादव ने रेलवे में नियुक्त लोगों से अवैध रूप से हासिल चार भूखंड को मेरिडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड को बेच दिया, जो राजद के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना से संबंधित कंपनी है. राबड़ी देवी और हेमा यादव के नाम इन संपत्तियों को साढ़े सात लाख में खरीदा गया था, फिर साढ़े तीन करोड़ रुपये में बेच दिया गया. इससे हुई आमदनी से राबड़ी देवी और हेमा यादव द्वारा एबी इनफोसिस्टम प्रा लि के सहारे हेमा यादव के पति और ससुर की भागीदारी वाली कंपनी भागीरथी ट्यूब्स को ट्रांसफर कर दिया गया. यह फर्म गाजियाबाद में है.
महज चार लाख में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हासिल किया बंगला
राष्ट्रीय राजधानी में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की संपत्ति के बारे में इडी ने कहा कि यह एक स्वतंत्र चार मंजिला बंगला है, जो एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर पंजीकृत था, जिसे 2011 में महज चार लाख रुपये की कीमत पर हासिल किया गया. इडी ने पिछले कुछ महीनों में लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटियों-मीसा भारती (राज्यसभा सदस्य), चंदा यादव और रागिनी यादव का इस मामले में बयान दर्ज किया है.
कुछ महीने पहले हुई है पूछताछ
ईडी ने इस मामले में कुछ महीने पूर्व लालू प्रसाद की पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राजद से राज्यसभा की सदस्य मीसा भारती तथा उनकी बहनें चंदा देवी और रागिनी यादव के बयान दर्ज किये हैं.
2004 से 09 के बीच रेल मंत्री के कार्यकाल का है मामला
रेलवे में जमीन के बदले नौकरी दिये जाने का यह मामला उस समय का है जब लालू प्रसाद कें्र सरकार में 2004 से 09 के बीच रेल मंत्री थे. सीबीआइ ने आरोप लगाया है कि 2004-09 की अवधि में भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में कई लोगों को ग्रुप-डी के पदों पर नियुक्त किया गया. इसके बदले उनसे लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के नाम उनकी जमीन ट्रांसफर करायी गयी.