बिहार में राजनीति ने करवट ली और सूबे में नीतीश-तेजस्वी के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार रविवार को गिर गयी. बीते गुरुवार से ही बिहार में सियासी पारा गरम रहा. रविवार को नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और राजद सत्ता से बाहर हो गयी. एक तरफ आरजेडी को सियासी ग्रहण का सामना करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर लालू परिवार की मुश्किलें जांच एजेंसियों ने बढ़ाई है. जमीन के बदले नौकरी मामले में राबड़ी देवी और मीसा भारती को समन मिलने के बाद अब लालू यादव और तेजस्वी यादव को ईडी दफ्तर में पेश होना है. लालू यादव सोमवार को पटना स्थित ईडी दफ्तर पहुंचे. उनके साथ मीसा भारती भी रहीं. जबकि राजद समर्थकों का हुजूम ईडी दफ्तर के सामने पहुंचा है.
जमीन के बदले नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिया बुलाया है. एजेंसी ने लालू प्रसाद को 29 जनवरी यानी सोमवार को और तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को पूछताछ के लिए इडी के पटना स्थित कार्यालय में बुलाया है. इसके लिए 19 जनवरी को इडी के अधिकारी ने राबड़ी आवास पहुंचकर नोटिस दिया था. हालांकि, इडी के अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं. उधर, सोमवार को लालू यादव ईडी दफ्तर पहुंचे जहां उनसे पूछताछ की जा रही है.
दरअसल, इडी ने इससे पहले भी पिता-पुत्र को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन दोनों ही पूछताछ में नहीं पहुंचे. तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर जबकि लालू प्रसाद को 27 दिसंबर को इडी के दिल्ली स्थित कार्यालय बुलाया गया था. उसके बाद में केंद्रीय एजेंसी ने तेजस्वी को पांच जनवरी को तलब किया, लेकिन उसमें भी तेजस्वी नहीं पहुंचे थे.
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बता दें कि लालू परिवार की मुश्किलें रेलवे के इस मामले को लेकर लगातार बढ़ी हुई है. नौकरी के बदले जमीन मामले में नयी दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी सांसद मीसा भारती को नौ फरवरी को हाजिर होने को कहा है. अदालत ने मीसा भारती के अलावे लालू-राबड़ी की दूसरी बेटी हेमा यादव सहित सात अन्य को भी तलब किया है. अदालत ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन से जुड़े धनशोधन मामले में उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय इडी के आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के बाद इन्हें तलब किया है. राउज ऐवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने आरोपियों को नौ फरवरी को अदालत में पेश होने का निर्देश देते हुए कहा कि इस मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त आधार हैं. न्यायाधीश ने व्यवसायी अमित कात्याल के खिलाफ भी पेशी वारंट जारी किया, जो फिलहाल मामले में न्यायिक हिरासत में हैं..
#WATCH | Bihar: Outside visuals from the ED office in Patna.
RJD chief Lalu Yadav to appear in ED office in connection with the Land for job scam case. pic.twitter.com/onE2OBJ8lY
— ANI (@ANI) January 29, 2024
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के एक कथित करीबी सहयोगी अमित कात्याल, रेलवे कर्मचारी एवं कथित लाभार्थी हृदयानंद चौधरी, दो फर्म एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को उनके साझा निदेशक शारिकुल बारी के माध्यम से भी आरोप पत्र में नामजद किया गया है. बता दें कि इस मामले में कात्याल को पिछले साल नवंबर में इडी ने गिरफ्तार किया था और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को एजेंसी ने तलब किया था, लेकिन वह अब तक पेश नहीं हुए हैं. ऐसी संभावना है कि इडी इस मामले में पूरक आरोपपत्र दाखिल करेगी.
नाैकरी के बदले जमीन का यह मामला उस समय का है, जब लालू प्रसाद यूपीए1 में रेल मंत्री थे. अधिकारियों के मुताबिक, यह मामला लालू प्रसाद के रेल मंत्री 2004-2009 रहने के दौरान रेलवे के पश्चिम जोन में ग्रुप-डी के पदों पर नियुक्ति से संबंधित है और आरोप है कि नौकरी के बदले राजद प्रमुख के परिवार के सदस्यों या सहयोगियों के नाम पर जमीन ली गयी थी