Bihar News: सृजन घोटाले के पैसे से धनकुबेर बने लोगों पर इडी की पैनी नजर, खंगाले जा रहे संपत्ति के ब्योरे

Bihar News: इडी ने सृजन घोटाला के मुख्य अभियुक्तों की लिस्ट में शामिल भागलपुर की तत्कालीन एडीएम जयश्री ठाकुर और उनके परिवार के नाम पर मौजूद संपत्तियों को जब्त किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 31, 2021 2:11 PM

भागलपुर. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) अब उन लोगों की संपत्ति तक को खंगाल रहा है, जो घोटाले के पैसे से धनवान बने हैं. इसके लिए सृजन घोटाला में फंसे आरोपितों के नाते-रिश्तेदारों की संपत्ति की जांच की जा रही है. घोटालेबाजों के ऐसे कई रिश्तेदारों की संपत्ति जब्त भी की जा चुकी है. लेकिन यह जांच तमाम घोटालेबाजों के जरिये रिश्तेदारों तक पहुंची संपत्ति तक पहुंच रही है. हाल ही में इडी ने सृजन घोटाला के मुख्य अभियुक्तों की लिस्ट में शामिल भागलपुर की तत्कालीन एडीएम जयश्री ठाकुर और उनके परिवार के नाम पर मौजूद संपत्तियों को जब्त किया है.

इनमें जयश्री ठाकुर के अलावा उनके पति राजेश चौधरी, बेटा ऋषिकेश चौधरी और बेटी राजश्री चौधरी के नाम से मौजूद चल और अचल संपत्तियां शामिल हैं. अचल संपत्तियों के सरकारी मूल्य छह करोड़ 85 लाख से ज्यादा है. इनमें उनके और परिवार वालों के नाम पर करीब साढ़े 26 लाख रुपये की एक दर्जन के आसपास इंश्योरेंस पॉलिसी के कागजात भी बरामद किये गये हैं. यह कार्रवाई दूसरे चरण की है, जबकि इससे पहले भी जयश्री की साढ़े तीन करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति को इडी ने जब्त की थी.

मनोरमा देवी के नजदीकी रिश्तेदार जांच के दायरे में

प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने सृजन घोटाला मामले में 22 लोगों को अभियुक्त बनाया है. सभी के खिलाफ साक्ष्य के साथ कागजात पीएमएलए के स्पेशल जज, पटना की अदालत में सौंपा है. इसमें सृजन संस्था की पूर्व सचिव स्व मनोरमा देवी की बहू रजनी प्रिया, पुत्र अमित कुमार, पुत्र डॉ प्रणव कुमार, बहू सीमा कुमारी, बेटी कल्पना कर्ण को भी अभियुक्त बनाया है. अमित व रजनी प्रिया की कुछ मकान व प्लॉट भागलपुर में सीबीआइ जब्त कर चुकी है. अब इडी ने इनकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की है.

अन्य अभियुक्त भी जांच के दायरे में आये

सृजन घोटाला मामले में कई लोगों ने मिल कर सरकारी विभागों के खाते से राशि जालसाजी कर गबन किया. इनमें सृजन के पदाधिकारी, जिला प्रशासन के पदाधिकारी व कर्मचारी, बैंक ऑफ बड़ौदा व इंडियन बैंक के तत्कालीन कर्मी समेत कई लोग आरोपित हैं. इन सभी आरोपितों के रिश्तेदारों की संपत्ति की जांच की जा रही है और पड़ताल इस बात की हो रही है कि उनके पास आय से अधिक कितनी संपत्ति है.

पूर्व कल्याण पदाधिकारी की पत्नी की संपत्ति भी होगी जब्त

जिले के पूर्व कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार थे. इनकी आय से अधिक संपत्ति विजिलेंस को भी मिली थी और रिपोर्ट तैयार कर विजिलेंस ने सीबीआइ को भी सौंपा था. अब इडी ने अरुण कुमार के साथ उनकी पत्नी इंदु गुप्ता को भी अभियुक्तों की फेहरिस्त में शामिल किया है.

Posted by: Radheshyam kushwaha

Next Article

Exit mobile version