दुबई से 2 करोड़ रुपए भेजा बिहार तो ED ने मारी रेड, भाभी के खाते में भी ट्रांसफर किए थे 40 लाख रुपए..
बिहार के सीवान का एक परिवार केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी के रडार पर चढ़ गया. इस परिवार के सदस्यों को करीब 2 करोड़ रुपए दुबई से भेजे गए थे. वहीं जब ईडी ने छापेमारी की तो जिला प्रशासन को भी इसकी भनक नहीं लग सकी. जानिए पूरा मामला..
ED Raid In Bihar: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर बिहार का एक परिवार तक चढ़ गया जब जांच एजेंसी को यह जानकारी मिली कि दुबई से इस परिवार के खाते में दो करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए हैं. ये राशि महज छह महीने में भेजे जाने की सूचना मिलने के बाद ईडी ने कार्रवाई की और रेड मारी. सीवान जिले में सोमवार की सुबह पटना से इडी की टीम के आने को लेकर दिनभर चर्चा बनी रही. तकरीबन आठ घंटे तक रही इडी की टीम ने पचरुखी थाना क्षेत्र के जसौली के मान सिंह के टोला में राजनारायण सिंह के घर पर छापेमारी की. कहा जा रहा है कि इस घर के एक युवक द्वारा दुबई से छह माह में दो करोड़ रुपये भेजने की सूचना मिलने पर इसकी तहकीकात में यह टीम पहुंची थी. इस छानबीन के दौरान कई बैंक पास बुक व अन्य कागजात इडी के हाथ लगी है. जिसे जब्त कर आगे की कार्रवाई के लिए दोपहर बाद फिर पटना के लिए रवाना हो गयी. इडी के छापामारी की कार्रवाई से स्थानीय प्रशासन अनभिज्ञता जता रहा है.
पचरुखी थाना क्षेत्र के जसौली के मान सिंह के टोला में राजनारायण सिंह के घर पर दर्जनों की संख्या में इडी के अधिकारियों ने सुबह से छापेमारी शुरू की. ग्रामीणों के मुताबिक लगभग आठ घंटे तक छापेमारी चलती रही. इस दौरान यह बात सामने आयी कि राजनरायण सिंह का पुत्र अविनाश कुमार सिंह अप्रैल में दुबई में एक निजी कंपनी में काम करने के लिए गया था. अप्रैल से लेकर अब तक उसके अकाउंट से दो करोड़ से अधिक रुपये विभिन्न लोगों के खाते में आये हैं. अकाउंट में अचानक इतनी अधिक धनराशि आने पर बैंक प्रबंधन के माध्यम से इडी को जानकारी मिली.
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अपनी भाभी के खाते में भी 40 लाख रुपये भेजे
बताया जाता है कि अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान राजनारायण सिंह के पूरे परिवार के सदस्यों का मोबाइल जब्त कर एक स्थान पर बैठाये रखा. छापेमारी के दौरान घर में एक-एक कागज, डॉक्यूमेंट, मोबाइल, सभी सदस्यों का बैंक पासबुक, बैंक में हुए ट्रांजेक्शन आदि की तहकीकात की गयी. कहा जा रहा है कि जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि अविनाश ने पचरुखी बाजार स्थित कुछ साइबर कैफे वालों के खाते में भी पैसा भेजा है. उसके बाद अधिकारियों ने आधा दर्जन साइबर कैफे वाले से भी पूछताछ किया. पूछताछ के दौरान सभी साईबर कैफे वाले के बैंक का ट्रांजेक्शन आदि की जांच की गयी. सभी साइबर कैफे के माध्यम से भेजे गये रुपयों का विवरण एकत्रित की है. जांच में यह भी बात सामने आयी है कि अविनाश ने अपनी भाभी के खाते में भी 40 लाख रुपये भेजे हैं. जिसके बाद उसके भाभी के खाते को भी सील कर दिया गया है.
करीब दो करोड़ से अधिक की लेन-देन
छापेमारी करने पहुंचे इडी के अधिकारी मीडिया से दूरी बनाये रखे और कोई भी जानकारी देने से कतराते रहे. इडी के एक वरीय पदाधिकारी ने ही जानकारी दिया की यह छापेमारी विदेशों से हो रहे संदिग्ध पैसे लेन-देन को लेकर की गई है. जरूरी कागजात आदि को जब्त किया गया है. इस पर अभी भी जांच जारी है. अप्रैल से लेकर अब तक करीब दो करोड़ से अधिक रुपये की लेन देन की गयी है. परिजनों से जब बात करने की कोशिश की गई तो परिजन पत्रकारों से बात करने के लिए साफ इन्कार कर दिया. छापेमारी की सूचना से स्थानीय पुलिस इन्कार करती रही.