पटना के मौर्या होटल के मालिक आदित्य प्रकाश सिन्हा के राजधानी पटना स्थित ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी रही. रविवार को हुई कार्रवाई के दौरान होटल मालिक के जगदेव पथ स्थित आरा गार्डेन रेसीडेंसी फ्लैट नंबर 141 से काफी नकदी, सोने-चांदी के जेवरात सहित 14 बोतल शराब की बरामदगी हुई.
इडी ने बरामद शराब को रूपसपुर थाने की पुलिस को सौंप दिया है. इसको लेकर रूपसपुर थाने में मद्य निषेध व उत्पाद अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. शराब की बोतल मिलने के बाद पटना उत्पाद विभाग की टीम ने भी मौर्या होटल सहित इसके मालिक के परिसरों को खंगाला, पर शराब की बरामदगी नहीं हुई. सूत्रों के मुताबिक इडी ने फेमा (फाॅरेन मैनेजमेंट एक्ट) के तहत यह कार्रवाई की है.
रूपसपुर के थानेदार अवधेश कुमार ने बताया कि मौर्या होटल के मालिक आदित्य प्रकाश सिन्हा के घर से सुला ब्रांड की 14 बोतल विदेशी शराब बरामद की गयी है. इसे इडी ने रूपसपुर पुलिस के हवाले किया. मामले में रूपसपुर पुलिस ने मद्य निषेध अधिनियम 2018 की धारा 30 ए के तहत मामला दर्ज किया है.
पटना के सहायक उत्पाद आयुक्त किशोर साह ने बताया कि इडी से मिली सूचना के बाद पटना उत्पाद विभाग की टीम ने मौर्या होटल सहित उनके मालिक के घर पर काफी देर तक सर्च अभियान चलाया गया, लेकिन वहां से शराब या किसी नशीले पदार्थ की बरामदगी नहीं हुई.
मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज यूनिट ने वाराणसी जीआरपी की सूचना पर होटल कारोबारी के होटल, आरा गार्डेन स्थित आवास के साथ होटल कारोबारी के चार्टर्ड अकाउंटेंट के ठिकानों पर शनिवार को धावा बोला था. शनिवार की देर रात तक चली कार्रवाई रविवार को भी जारी रही.
मालूम हो कि पटना के संबंधित होटल कारोबारी ने अपने स्टाफ जिसका नाम गौतम मुखर्जी बताया जा रहा है, उसे एक कार्य सौंप कर बनारस भेजा था. संबंधित कर्मचारी पत्नी के साथ बनारस गया, जहां से लौटने के क्रम में बनारस कैंट स्टेशन पर उसका पत्नी से झगड़ा हो गया. इसे सुलझाने जीआरपी भी पहुंची. जीआरपी की पूछताछ के दौरान गौतम की पत्नी ने पति के पास नौ हजार अमेरिकी डालर होने की बात बतायी.
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जीआरपी ने यह डालर बरामद भी कर लिये और इसकी सूचना प्रयागराज प्रवर्तन निदेशालय को दे दी. प्रयागराज प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अपनी टीम को बिहार रवाना किया. सूत्रों की माने तो दो दिन लगातार छापेमारी में कुछ अहम दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं, जिसे टीम अपने साथ ले गयी है. इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से कोई पुष्टि नहीं हुई है.