पटना. प्रवर्तन निदेशालय ने रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर चंद्रेश्वर प्रसाद पर शिकंजा कस दिया है. यादव की 3.44 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गयी है. रेलवे का स्क्रैप बेचने के मामले में चन्देश्वर यादव के खिलाफ सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था.
इसके बाद ईडी ने पूर्व रेलवे जमालपुर के तत्कालीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर चंद्रेश्वर प्रसाद यादव को गिरफ्तार किया था. इसी मामले में मेसर्स श्री महारानी स्टील के मालिक देवेश कुमार को 13 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था.
अभियुक्तों पर आरोप है कि रेलवे के स्क्रैप (रेल वैगन का पुराना हिस्सा) को मोटी रकम लेकर महारानी स्टील को औने-पौने दाम में बेच दिया था. इसके कारण रेलवे को लगभग 34 करोड़ रुपये का नुकसान का अनुमान है.
उक्त स्क्रैप के कस्टोडियन तत्कालीन सेक्शन इंजीनियर चंद्रेश्वर प्रसाद यादव ही थे. कंपनी के फाइनांसर राकेश कुमार ने पूछताछ में बताया कि उक्त स्क्रैप के लिए उन्होंने रेलवे के पदाधिकारियों को मोटी रकम दी थी.
इस मामले में सीबीआइ ने नौ फरवरी, 2018 को मामला दर्ज किया था, जबकि ईडी ने इस मामले को 28 फरवरी, 2020 को अपने हाथ में लिया है. पूछताछ के बाद तत्कालीन सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव व मेसर्स महारानी स्टील के मालिक देवेश कुमार के नाम सामने आये और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
Posted by Ashish Jha