बिहार के शिक्षकों द्वारा 11 जुलाई को शिक्षक नियुक्ति नियमावली व अन्य मांगों को लेकर पटना में प्रदर्शन किया गया था. जिसके बाद अब इस प्रदर्शन में स्कूल से गायब होकर शामिल होने वाले गया जिले के दो दर्जन शिक्षकों पर शोकॉज किया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने उन्हें 24 घंटे में साक्ष्य के साथ स्पष्टीकरण की मांग की है. सभी शिक्षकों द्वारा 11 जुलाई को पटना में धरना प्रदर्शन में शामिल होने की बात विभाग द्वारा कही जा रही है.
शिक्षकों ने सोशल मीडिया से हटाए प्रदर्शन के फोटो
प्रदर्शन में शामिल होने वाले शिक्षकों की पहचान के लिए विभाग द्वारा शिक्षकों के सोशल प्लेटफाॅर्म व अन्य जगहों से वीडियो व फोटो को खंगाला जा रहा है, जहां से शिक्षकों की पहचान कर साक्ष्य इकट्ठा कर कार्रवाई की बात कही जा रही है. राज्य में कई जिलों में निलंबन की कार्रवाई होने की सूचना मिलने पर शिक्षकों ने अपने सोशल प्लेटफार्म से फोटो व वीडियो को हटा लिया है. संबंध में डीइओ ने बताया कि कुछ शिक्षकों को स्पष्टीकरण भेजा गया है. साथ ही विश्लेषण किया जा रहा है. जिसकी रिपोर्ट तैयार होने के बाद उसी के आधार पर कार्रवाई की जायेगी.
इन शिक्षकों को किया शोकॉज
मनोज कुमार उच्च विद्यालय मकसूदपुर खिजरसराय, आलोक कुमार किसान उच्च विद्यालय बगदाहा बोधगया, अनुज कुमार उत्क्रमित उच्च विद्यालय वीथो नगर प्रखंड, रमेश कुमार प्राथमिक विद्यालय मदारपुर मानपुर, अभिषेक कुमार प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय बोधगया, सचिन कुमार मगध उच्च विद्यालय सनौत मानपुर, सुशील कुमार किसान उच्च विद्यालय बगदाहा बोधगया, अभिनंदन पासवान टिकारी राज उच्च विद्यालय टिकारी, कुंदन कुमार प्राथमिक विद्यालय खिजरसराय, रंजीत कुमार सिंह बालिका उच्च विद्यालय टिकारी, अबोध कुमार प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय फतेहपुर, प्रभात केसरी अशोक उच्च विद्यालय परैया, संजीत कुमार रामसहाय उच्च विद्यालय फतेहपुर, मणिकांत सिरमौर समता उच्च विद्यालय क्रांति नगर गुरारू, मनोज कुमार उच्च विद्यालय सोहैपुर मानपुर, कुणाल किशोर टिकारी राज इंटर विद्यालय, अजय कुमार मध्य विद्यालय सिकहर मानपुर, मुन्ना कुमार प्राथमिक विद्यालय विनोबा नगर टनकुप्पा व अन्य शिक्षक शामिल हैं.
शिक्षा विभाग ने जारी किया था आदेश
बिहार के शिक्षा विभाग की ओर से पत्र जारी कर कहा गया था कि 11 जुलाई को राज्य के सभी स्कूलों में सभी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी. इसके साथ शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों के पदाधिकारियों को 13 जुलाई को सभी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की जांच करने व जो भी शिक्षक गैरहाजिर होंगे उन्हें सस्पेंड करने का आदेश दिया था. इसके साथ ही भड़काने वाले शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश था
शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर सड़क जाम
इधर, जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव के निर्देश पर रविवार को जाप कार्यकर्ताओं ने गया-डोभी रोड को मगध विवि मुख्य द्वार के पास जाम कर दिया. शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर जाप कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम किया गया व धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. सड़क जाम किये जाने के कारण गाड़ियों की कतार लग गयी. बाद में स्थानीय थाने की पुलिस की पहल पर कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम हटाया व गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो सकी.
शिक्षकों का निलंबन गलत, सरकार इसपर तत्काल रोक लगाये: माले
वहीं, भाकपा माले ने राज्य सरकार से शिक्षकों के निलंबन आदेश पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. पार्टी ने कहा कि शिक्षकों के सवाल पर जब मुख्यमंत्री ने वार्ता का आश्वासन दे दिया है, तब ऐसी स्थिति में निलंबन की कार्रवाई पूरी तरह से गलत है. भाकपा-माले विधायक दल की ओर से शिक्षकों पर दमन की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने तथा उनसे वार्ता की तिथि निश्चित किये जाने की मांग की गयी.
विधानसभा मार्च में जनता का कोई भी मुद्दा शामिल नहीं : माले
माले विधायक दल के प्रभारी राजाराम सिंह ने कहा कि सत्ता से बेदखल होने के बाद भाजपा बिहार को लगातार अस्थिर करने की कोशिश में लगी हुई है. विधानसभा मार्च में जनता का कोई भी मुद्दा शामिल नहीं किया गया था.संविधान व लोकतंत्र की हर दिन हत्या करने वाली भाजपा को बिहार की सत्ता से बेदखली बर्दाश्त नहीं हो रही है. आने वाले दिनों में बिहार उसे राज व समाज दोनों जगह से बेदखल करेगा. मौके पर उपनेता सत्यदेव राम, सचेतक अरुण सिंह, विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, मनोज मंजिल, महानंद सिंह, सुदामा प्रसाद, अजीत कुशवाहा, अमरजीत कुशवाहा, रामबलि सिंह यादव मौजूद थे.