अच्छी पहल: बिहार में प्रारंभिक स्कूलों के लिए चयनित 41772 शिक्षकों को शिक्षा विभाग देगा विशेष ट्रेनिंग
बिहार के शिक्षकों को शिक्षा विभाग विशेष प्रारंभिक ट्रेनिंग देने जा रहा है. ट्रेनिंग एससीइआरटी देगी. यह प्रशिक्षण राज्य के शिक्षण शिक्षा संस्थानों में कराया जायेगा.
पटना. प्रदेश के प्रारंभिक स्कूलों में नव नियुक्त कुल 41772 शिक्षकों को शिक्षा विभाग विशेष प्रारंभिक ट्रेनिंग देने जा रहा है. ट्रेनिंग एससीइआरटी देगी. यह प्रशिक्षण राज्य के शिक्षण शिक्षा संस्थानों में कराया जायेगा. नव नियुक्त प्रशिक्षण जनवरी माह के प्रथम सप्ताह से ही शुरू किया जाना है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक नव नियुक्त इन शिक्षकों को यह ट्रेनिंग 50-50 के बैच में करायी जायेगा. ताकि बच्चों की पढ़ाई पर असर नहीं पड़े. यह प्रशिक्षण जिलेवार कराये जायेंगे. शिक्षा सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सलाह दी है कि बैच में एक स्कूल के एक ही शिक्षक को जगह दी जाये.
नव नियुक्त शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग
इन नव नियुक्त शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए भारत सरकार ने विशेष राशि भी दी है. यह राशि समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत बजट में दी गयी है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस तरह की ट्रेनिंग में शिक्षण से जुड़े प्राध्यापक नव नियुक्त शिक्षकों को पढ़ाने की ट्रेनिंग देंगे. बतायेंगे कि बच्चों से किस तरह बेहतर वर्ताव करते हुए पढ़ाना है. इस तरह की ट्रेनिंग अनिवार्य की है. ट्रेनिंग के दौरान ही नव नियुक्त शिक्षकों को विभागीय नियम और कायदों की औपचारिक जानकारी दी जायेगी. इस तरह की ट्रेनिंग अनिवार्य की गयी है. यह ट्रेनिंग पांच दिनों की होती है.
Also Read: बिहार के गया पहुंचे थाइलैंड के तीन नागरिकों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव, एक्टिव मरीजों की संख्या हुई 12
उर्दू व शारीरिक शिक्षकों की होगी दक्षता परीक्षा
शिक्षा विभाग ने उर्दू और शारीरिक शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस परीक्षा में दक्षता परीक्षा में अनुत्तीर्ण शिक्षकों और पहले हुई परीक्षा में शामिल न हो सकने वाले अभ्यर्थियों को भागीदारी का मौका दिया जायेगा. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संदर्भ में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जरूरी पत्र लिख कर उर्दू और शारीरिक शिक्षकों से संबंधित जानकारी अलग-अलग मांगी है. प्राथमिक निदेशक रवि प्रकाश ने अपने पत्र में बताया है कि जिला कार्यालयों की तरफ से अभी जो प्रतिवेदन दिया गया है. इसलिए इस बार जिला शिक्षा पदाधिकारियों को बाकायदा प्रपत्र भेजा गया है.