शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बड़े भाई ने थामा भाजपा का दामन, पार्टी में शामिल होने के बाद किया बड़ा एलान
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद रामचंद्र यादव ने बड़ी बात कह दी है. उन्होंने कहा है कि अगर पार्टी उन्हें मधेपुरा से चुनाव लड़ने के लिए कहेगी, तो वे अपने छोटे भाई चंद्रशेखर के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं.
पटना. राजद कोटे से महागठबंधन की सरकार में शिक्षा मंत्री बने प्रो चंद्रशेखर के थिंक टैंक कहे जानेवाले उनके बड़े भाई रामचंद्र प्रसाद यादव ने शुक्रवार को भाजपा का दामन थाम लिया. रामचरितमानस पर विवादित बयान देनेवाले प्रो चंद्रशेखर के वैचारिक गुरु रहे रामचंद्र यादव को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलायी. भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद रामचंद्र यादव ने बड़ी बात कह दी है. उन्होंने कहा है कि अगर पार्टी उन्हें मधेपुरा से चुनाव लड़ने के लिए कहेगी, तो वे अपने छोटे भाई चंद्रशेखर के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं.
सम्राट ने दिलायी सदस्यता
दरअसल, भाजपा की तरफ से पटना के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कृषि मंत्री चंद्रशेखर के बड़े भाई रामचंद्र प्रसाद यादव ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. रामचंद्र यादव को झंझारपुर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के समक्ष भाजपा में शामिल होना था, लेकिन कार्यक्रम स्थगित होने के बाद शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने उन्हें सदस्यता दिलायी. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और भाजपा सांसद सुशील मोदी समेत अन्य पार्टी नेता मौजूद रहे.
चंद्रशेखर के विवादित बयान से खुद को किया अलग
शुक्रवार को प्रोफेसर रामचंद्र प्रसाद यादव ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और भाजपा की नीतियों ने भाजपा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है. वो एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी की सेवा करेंगे. हालांकि मधेपुरा से अपने छोटे भाई चंद्रशेखर के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने का मौका देती है, तो वे जरूर लड़ेंगे. वहीं चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका जवाब चंद्रशेखर ही दे सकते हैं कि आखिर वे ऐसा क्यों कर रहे हैं.