बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने भाजपा को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के रामचरित्रमानस पर दिये गये बयान के सहारे घेरा. उन्होंने कहा मैंने रामचरित्रमानस पर जो कुछ कहा भी था, उस एक-एक बयान का समर्थन मोहन भागवत ने किया है. भागवत बोल रहे हैं कि स्वार्थी लोगों ने ग्रंथो में गलत चीजें घुसा दिया है. रामचरित्रमानस की प्रति दिखाते हुए उन्होंने कहा कि यह पचास साल पुराना है, जिसमें स्पष्ट शब्दों में तारण का अर्थ दंड बताया गया है.
प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि आज भी शबरी और सुपन भगत का बेटा मंदिर में नहीं जा सकता है. एक दलित पूर्व मुख्यमंत्री मंदिर जब मंदिर जाते हैं तो उनके जाने के बाद मंदिर को धोया जाता है और राष्ट्रपति को पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया है जाता है, जबकि ये लोग (भाजपा) मनुस्मृति को बनाये रखना चाहते हैं. इन अतिवादियों द्वारा ही सड़क पर लीचिंग की जा रही है. दलित, अतिपिछड़ा और पिछड़े मूंछ नहीं रख सकते, मंदिर नहीं जा सकते.लेकिन अब कालचक्र बदल गया है. दलित, अतिपिछड़े और पिछड़े के बच्चे पढ़ रहे हैं. वे अपने अधिकारियों को लेकर सचेत हैं. सोमवार को शिक्षा मंत्री विधानसभा में शिक्षा विभाग के बजट पर सरकार का पक्ष रख रहे थे.
विधानसभा की दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू होने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने शिक्षा विभाग पर अपनी अपनी बातें रखीं. भाजपा की ओर से विनोद नारायण झा ने बजट पर सरकार को घेरा और कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था दिन व दिन लचर होती जा रही है. लेकिन गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का अभाव है. भाजपा के जिवेश कुमार और पवन कुमार जायसवाल ने भी अपनी बातें रखीं.
वहीं, सत्ता पक्ष की ओर से राजद के राकेश कुमार रौशन, सीपीएम के अजय कुमार, कांग्रेस की प्रतिमा कुमारी, राजद के मुकेश कुमार, सीपीआइएमल के संदीप सौरभ, हम के प्रफुल कुमार मांझी, सीपीएम के सत्येंद्र यादव, सीपीआइ के रामलखन सिंह और जदयू के मीणा कुमारी आदि ने विभाग के बजट की प्रशंसा की.
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सदन में जैसे ही शिक्षा मंत्री बजट भाषण देने के लिए खड़े हुए भाजपा ने उनसे रामचरितमानस वाले बयान पर खेद जताने की मांग कर दी. शिक्षा मंत्री के खेद नहीं जताने पर भाजपा सदन से वाक आउट कर गयी. विपक्ष के वाक आउट के बीच सदन ने शिक्षा विभाग के 404514 करोड़, श्रम संसाधन विभाग के 864 करोड़, सूचना प्रावैधिक विभाग के 277 करोड़ और विज्ञान एवं प्रोद्योगिक विभाग के 803 करोड़ का बजट ध्वनिमत से पास कर दिया.