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पटना में नयी ट्रैफिक व्यवस्था का दिखा असर, ट्रैफिक डीएसपी ने खुद छह घंटे तक संभाला मोर्चा

ऑटो व इ-रिक्शा का दबाव कम होने की वजह से ट्रैफिक पर बड़ा असर पड़ा और जाम नहीं लगा. इसके लिए चिल्ड्रेन पार्क और जेपी गोलंबर के पास ट्रैफिक पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी, ताकि किसी भी हालत में ऑटो और इ-रिक्शा प्रवेश न कर सके. यही नहीं दोनों ओर से भारी संख्या में ट्रैफिक पुलिस को भी तैनात कर दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 13, 2023 7:57 PM

पटना. ट्रैफिक व्यवस्था के नये नियम का असर पहले दिन ही देखने को मिला. दीघा से कारगिल चौक और बाकरगंज मोड़ की ओर जाने वाले ऑटो और इ-रिक्शा को रोक दिया गया. वहीं कार और बाइक को जाने की अनुमति है. ऑटो व इ-रिक्शा का दबाव कम होने की वजह से ट्रैफिक पर बड़ा असर पड़ा और जाम नहीं लगा. इसके लिए चिल्ड्रेन पार्क और जेपी गोलंबर के पास ट्रैफिक पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी, ताकि किसी भी हालत में ऑटो और इ-रिक्शा प्रवेश न कर सके. यही नहीं दोनों ओर से भारी संख्या में ट्रैफिक पुलिस को भी तैनात कर दिया गया. इस नयी ट्रैफिक व्यवस्था का असर यह हुआ कि गांधी मैदान में जाम से हर दिन जो परेशानी होती थी, वह बुधवार को नहीं देखने को मिली. व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के लिए खुद ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार छह घंटे ट्रैफिक पुलिस के साथ सड़क पर दिखे.

चिल्ड्रेन पार्क और जेपी गोलंबर से ऑटो व इ-रिक्शा को किया गया डायवर्ट

ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि दीघा से आने वाले ऑटो और इ-रिक्शा को चिल्ड्रेन पार्क जेपी गोलंबर घुमाकर फ्रेजर रोड की ओर डायवर्ट कर दिया गया. किसी भी ऑटो और ई-रिक्शा को कारगिल चौक और बाकरगंज मोड़ की ओर जाने नहीं दिया गया. वहीं महेंद्रू से आने वाले ऑटो और इ-रिक्शा चालकों को भी कारगिल चौक पर ही रोक दिया गया. तीनों जगहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान बैरिकेडिंग कर नयी व्यवस्था को लागू करते दिखे.

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दीघा के यात्रियों को बाकरगंज मोड़ जाना पड़ा पैदल, परेशानी

दीघा की ओर से आ रहे ऑटो व इ-रिक्शा सवार यात्रियों को चिल्ड्रेन पार्क व जेपी गोलंबर के पास ही रोक दिया गया. इसकी वजह से यात्रियों को बाकरगंज मोड़ जाने के लिए काफी लंबी दूरी का तय करना पड़ा. चिल्ड्रेन पार्क से कारगिल चौक तो लोग पैदल चले जा रहे थे, लेकिन बाकरगंज मोड़ तक पैदल चलने में लोगों को पसीने छूट गये.

लोगों ने कहा कि जाम से अच्छा है, थोड़ा पैदल चलना पड़े…

लोगों ने बताया कि हर दिन भीषण जाम की वजह से घंटों लाइन में लगने से अच्छा है कि थोड़ा पैदल चलना पड़े. लोगों ने कहा कि यह व्यवस्था पहले ही लागू करनी चाहिए. वहीं इसके अलावा ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने भी नयी ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि नयी व्यवस्था काफी कारगर साबित हुई है. जाम से निजात दिलाने के लिए और कई सारे बदलाव किये जायेंगे.

जाम से थे लोग परेशान

मालूम हो कि पटना में महाजाम के कारण आम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. जाम से आम और खास दोनों परेशान हैं. सोमवार को ही पटना के कारगिल चौक पर 2 घंटे से अधिक समय तक ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त नजर आया. जाम की स्थिति ऐसी कि जो गाड़ी जहां है, बस खड़ी हुई थी. जाम से जूझते पटनावासी का गुस्सा सातवें आसमान पर था. लोग ट्रैफिक सिस्टम और सरकार को कोसते नजर आए.

स्कूल की छुट्टी के समय हालात हो जाते हैं बेकाबू

स्कूल की छुट्टी होने के बाद दर्जनों की संख्या में स्कूल बस गांधी मैदान के इलाके में जाम में फंसे रहे. हालांकि 2 घंटा तक भीषण जाम के बाद ट्रैफिक पुलिस जाम को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करते दिखाई दी. गांधी मैदान के कई गेट खोल दिए गए और गेट नंबर 10 से बड़े वाहनों का प्रवेश कर दिया गया और गेट नंबर 7 से निकल गया, लेकिन गांधी मैदान में भी बसों की लंबी कतार लग गई.

प्रशासन के रवैये से भड़क गये थे लोग

सोमवार को 2 घंटे से अधिक समय तक जाम होने की वजह से ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से धराशाई हो गई. बच्चे परेशान नजर आ रहे थे. आक्रोशित लोगों ने बताया कि शहर में डबल हेलमेट अगर नहीं है तो चलान सीसीटीवी से कट जा रहा है, लेकिन सीसीटीवी से जिला प्रशासन जाम की स्थिति को मॉनिटर नहीं कर रही. शहर में यदि किसी काम से गांधी मैदान इलाके में आना पड़ गया तो समझ लीजिए कोई सजा हो गई है.

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