पटना. राज्य में भीषण गर्मी व हीट वेव से लोग परेशान हैं. तापमान बढ़ते देख पीएचइडी ने सभी अधिकारियों को अलर्ट किया है. विभाग की ओर से जारी 15 अप्रैल की भूजल की रिपोर्ट के मुताबिक अभी राज्यभर में 2019 में जिस तरह से भूजल का स्तर 47 फुट तक गया था, वैसी स्थिति अभी किसी जिले की नहीं है, लेकिन 2021 अप्रैल की तुलना हम 2022 अप्रैल की रिपोर्ट से करें, तो गया, औरंगाबाद, जमुई, सीतामढ़ी एवं सहरसा में पांच इंच से पांच फुट तक भूजल नीचे चला गया है. वहीं, गोपालगंज, बक्सर,दरभंगा, बेगूसराय, बांका, मुंगेर और जहानाबाद में का जल स्तर भी काफी हद तक कम हो गया है. इसी तरह से गर्मी रही, तो इन जिलों में भूजल में गिरावट तेजी से होने की संभावना है.
पीएचइडी मुख्यालय पर भूजल के लिए बनी निगरानी टीम को विभाग की ओर से मुखिया एवं जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लेने का निर्देश दिया गया है, ताकि भूजल में गिरावट की सभी जानकारी तुरंत मिल सके. दूसरी ओर, हर घर नल का जल से जुड़े लाभुकों से भी इस संबंध में फीडबैक लिया जा रहा है. यहां से मिले फीडबैक की सूचना जिलों में तैनात अधिकारी को हर दिन वाट्सएप पर भेजा जा रहा है.
गोपालगंज, बक्सर,दरभंगा, बेगूसराय, बांका, मुंगेर और जहानाबाद में भूजल नीचे आया है. वहीं, गया, औरंगाबाद, जमुई, सीतामढ़ी और सहरसा में तीन फुट तक जल स्तर घटा है. गोपालगंज, बक्सर, दरभंगा, बेगूसराय, बांका, मुंगेर और जहानाबाद में जल स्तर बहुत तेजी से घट रहा है.
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