बुजुर्ग और सांस के रोगियों को कोरोना वायरस से है ज्यादा खतरा

कोरोना का लक्षण, सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी समस्या वाले लोगों से दूरी बनाकर रहने का निर्देश

By Radheshyam Kushwaha | March 16, 2020 7:35 AM

पटना: कोरोना वायरस का आतंक इन दिनों पूरी दुनिया पर छाया हुआ है. लोगों में कोरोना वायरस का खौफ है. लोगों में इसका इतना डर हो गया है कि ज्यादा लोग घरों से बाहर निकलना बंद कर दिये है. ऐसे में हमें सावधान रहने की जरूरत है, ताकि इसके खतरों से बचा जा सके. डॉ सुभाष चंद्र झा, वरीय सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, जाना ही हो तो मास्क लगाये. जिन लोगों को सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी समस्या है, उनसे दूरी बनाकर रखें. संक्रमित व्यक्ति अगर छींकता है, तो उससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. जब हम एक बार छींकते हैं तो 40 हजार सूक्ष्म बूंदें निकलती हैं. अगर यह वायरस से भरी हो तो इसके संपर्क में जो भी आयेगा उसे भी संक्रमण होगा. बुजुर्गों और सांस के रोगियों को कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा है. ऐसे में इन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. किसी दूसरे व्यक्ति के तौलिये का इस्तेमाल नहीं करें. अपने हाथ बार-बार धोते रहें. साबुन या सेनिटाइजर दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं. चेहरे या नाक को छूने से बचें. विदेश से आये हैं या विदेशी व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं और कोरोना का लक्षण दिखता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाये. लापरवाही बिल्कुल नहीं करें. कुछ दिनों बाद जब गर्मी बढ़ेगी तो उम्मीद है कि कोरोना का वायरस खुद खत्म हो जायेगा.

विदेश से लौटे 78 लोगों की एयरपोर्ट पर हुई जांच

कोरोना से बचाव के लिए पटना एयरपोर्ट पर रविवार को विशेष अभियान चलाया गया. विदेशों से लौटे 78 लोगों की पहचान कर उन्हें निगरानी में लिया गया और स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. हालांकि इनमें कोरोना के कोई लक्षण अभी नहीं दिखे हैं, इसलिए इन्हें फिलहाल अपने-अपने घर जाने दिया गया. ये बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं. डॉक्टरों की टीम ने एयरपोर्ट पर इनका नाम, मोबाइल नंबर और पता नोट कर लिया है. इन्हें सलाह दी गयी है कि 14 दिनों तक वे अपने घरों पर ही रहें और दूसरे लोगों के संपर्क में आने से बचे. डॉक्टर उनसे रोजाना फोन कर हालचाल पूछेंगे. इसी के साथ अलग अलग कनेक्टिंग फ्लाइट से विदेशों से पटना लौटे हर हवाई यात्री की एयरपोर्ट पर चिकित्सकीय जांच अनिवार्य रूप से शुरू हुई. वही पटना एयरपोर्ट पर सोमवार से स्वास्थ्य विभाग डाटा इंट्री ऑपरेटर को तैनात करने जा रहा है. यहां विदेशों से आये यात्रियों का डाटा कलेक्ट कर उनके जिले के सिविल सर्जन को भेज दिया जायेगा. इसके बाद संबंधित जिले के डॉक्टर उस यात्री के स्वास्थ्य पर नजर रखेंगे.

दो यात्रियों को पीएमसीएच भेजा गया लेकिन नहीं हो पाये भर्ती

पटना एयरपोर्ट पर विदेशों से आये दो यात्रियों को डॉक्टरों की टीम ने पीएमसीएच भेजा था. लेकिन पीएमसीएच ने उन्हें भर्ती नहीं किया और घर भेज दिया. इनमें से एक यात्री अमेरिका से आया है जबकि दूसरा दुबई से आया है. बता दें कि पटना एयरपोर्ट पर विदेशों से लौटे हवाई यात्रियों की स्वास्थ्य जांच कुछ दिन पहले से ही हो रही है. लेकिन शनिवार तक ऐसा यात्रियों के आग्रह पर ही किया जाता था. लेकिन रविवार को कोरोना संक्रमण की आशंका को पूरी तरह रोकने के लिए पटना एयरपोर्ट पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें स्वास्थ्य परीक्षण को ऐच्छिक की जगह अनिवार्य बनाने का निर्णय लिया गया. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, एयरपोर्ट निदेशक भूपेश नेगी, सिविल सर्जन डॉ राजकिशोर चौधरी, एयरपोर्ट ऑपरेटिंग कमेटी के अध्यक्ष रूपेश सिंह समेत सभी एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजरों ने भाग लिया. इसमें सिविल सर्जन व एयरपोर्ट पर मौजूद डॉक्टरों की टीम को मरीज की स्थिति को देखते हुए उसे घर जाने देने या सबसे अलग आइसोलेटेड वार्ड में निगरानी के लिए भेजने का निर्देश दिया गया.

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