लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का जायजा लेने बिहार दौरे पर पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को पटना में राजनीतिक दलों से सुझाव प्राप्त किया. होटल लेमन ट्री में अल्फाबेटिकल में सबसे ऊपर से आने वाले राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बारी-बारी से राय ली गयी. इस दौरान भाजपा ने ढंके चेहरे वाले मतदाताओं का फोटो पहचान पत्र से मिलान कर ही वोट देने की अनुमति देने की मांग की. जदयू ने बिहार में तीन फेज में वोटिंग कराने का सुझाव दिया. वहीं, राजद और कांग्रेस ने बैलेट पेपर से वोटिंग कराने और वीवीपैट की भी गिनती मतदान केंद्रों पर कराने की मांग की. साथ ही पोस्टल बैलेट की गिनती मतगणना से पहले कराने का सुझाव दिया. वामदलों ने भी इन्हीं मांगों को प्रमुखता से रखा. लोजपा (आर) और रालोजपा ने भयमुक्त चुनाव की मांग की.
डीएम-एसपी से चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था पर भी की बात
दोपहर बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ने सूबे के सभी डीएम और एसपी के साथ विधि व्यवस्था और प्रशासनिक तैयारियों को लेकर बैठक की. रात्रि आठ बजे तक चली इस बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त ने सभी जिलों के डीएम और एसपी से बारी-बारी से स्थिति की जानकारी ली. सूत्रों के मुताबिक मुख्य चुनाव आयुक्त ने तीन साल से अधिक समय से जमे अधिकारियों की सूची तैयार कर उन्हें बदलने का निर्देश दिया. बुधवार की दोपहर दो बजे मुख्य चुनाव आयुक्त संवाददाताओं से बातचीत करेंगे और बिहार में प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी देंगे.
भाजपा ने चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती का सुझाव दिया
मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ भाजपा के मिले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने किया. उन्होंने अपने ज्ञापन में कहा कि मतदान के दौरान सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती तथा एक ही मतदाता का नाम कई जगह दर्ज किये जाने की जांच, मतदाताओं को मतदान केंद्रों की जानकारी आयोग द्वारा मोबाइल पर देने, लोकसभा क्षेत्रों में अनुमति के लिए एकल विंडो सिस्टम का प्रावधान किये जाने और 100 फीसदी मतदाताओं को फोटो पहचान पत्र जारी किया जाने की मांग आयोग से रखी.
दलित-अल्पसंख्यकों के लिए अलग मतदान केंद्र बने: राजद
राजद ने चुनाव आयोग की 20 सूत्री मांग पत्र सौंपा. मतदान के बाद मतदाता को मतदान की प्राप्ति रसीद उपलब्ध कराने की मांग रखी. साथ ही दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक एवं कमजोर वर्ग के मतदाताओं की संख्या कम रहने पर भी उनके लिए अलग से मतदान केंद्र उनके टोले में ही स्थापित करने का सुझाव दिया. मतदान की रफ्तार का एक मानक निर्धारित करने की बात कही. मौके पर पूर्व मंत्री वृषिण पटेल, प्रवक्ता चितरंजन गगन, मुख्यालय प्रभारी महासचिव मुकुंद सिंह मौजूद थे.
इवीएम व वीवीपैट से मिलान के बाद ही परिणाम की घोषणा हो: कांग्रेस
कांग्रेस ने इवीएम व वीवीपैट का मिलान कराने के बाद ही चुनाव परिणाम घोषित करने की मांग की. वीवीपैट को एक अलग बॉक्स में रखकर इसकी गिनती इवीएम के साथ ही कराने का सुझाव किया. 12 लाख मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे जाने का कारण बताने की मांग भी की. इसके अलावा वीडियो वैन से प्रचार की अनुमति एक ही अनुमंडल से कराने का सुझाव दिया. मौके पर कांग्रेस नेता डॉ हरखू झा, विधायक प्रतिमा कुमारी ब्रजेश कुमार मुन्नन मौजूद थे.
असहायों के लिए हो व्यवस्था: रालोसपा
रालोजपा पारस गुट ने दबंगों को चुनाव से दूर रखने, असहाय, वृद्ध व दिव्यांगों को बूथ तक ले जाने की व्यवस्था कराने की मांग की. मौके पर मुख्य प्रवक्ता चंदन सिंह, अम्बिका प्रसाद बिनू, रणजीत कुमार, राजेंद्र विश्वकर्मा शामिल थे.
गांव के बाहर रखें मतदान केंद्र: लोजपा (आर)
लोजपा आर ने गांव के अंदर के मतदान केंद्रों को गांव के बाहर रखने की मांग की, ताकि गांव के अंदर कोई बवाल न हो. इवीएम के मतों के साथ ही वीवीपैट की गिनती और सबसे पहले बैलेट वोटों की गिनती की मांग की. मौके पर लोजपा नेता राजेश भट्ट व अन्य मौजूद थे.