पटना. बिहार विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्रों के लिए हो रहे चुनाव का प्रचार का शोर शनिवार शाम चार बजे समाप्त हो जायेगा. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य के 24 निर्वाचन क्षेत्रों में सोमवार को मतदान कराया जायेगा. मतदान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. आयोग ने मतदाताओं के लिए खास गाइड लाइन भी जारी किया है. नगर निकाय के प्रतिनिधियों को अपने पक्ष में लाने के लिए सभी उम्मीदवार अपना अंतिम जोर लगा रहे हैं.
चुनावी मैदान में कुल 187 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है. विधान परिषद चुनाव को लेकर राज्य में 200 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था जिसमें समीक्षा के दौरान तीन प्रत्याशियों के नामांकन पत्र अवैध पाये गये जबकि 10 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया. इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और राजद के बीच ही है. वैसे कुछ स्थानों में बागी उम्मीदवारों के जीतने की संभावना जतायी जा रही है.
राज्य में विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र में सर्वाधिक 14 प्रत्याशी सहरसा सह मधेपुरा सह सुपौल निर्वाचन क्षेत्र में हैं जबकि सबसे कम दो प्रत्याशी भोजपुर सह बक्सर निर्वाचन क्षेत्र में हैं. इसके अलावा पटना निर्वाचन क्षेत्र में छह, नालांदा निर्वाचन क्षेत्र में पांच, गया सह जहानाबाद सह अरवल निर्वाचन क्षेत्र में पांच, औरंगाबाद निर्वाचन क्षेत्र में आठ, नवादा निर्वाचन क्षेत्र में 11व रोहतास सह कैमूर निर्वाचन क्षेत्र में नौ प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
इसके अलावा सारण निर्वाचन क्षेत्र में आठ, सीवान निर्वाचन क्षेत्र में आठ, सीवान निर्वाचन क्षेत्र में आठ, गोपालगंज निर्वाचन क्षेत्र में छह, पश्चिम चंपारण निर्वाचन क्षेत्र में सात, पूर्वी चंपारण क्षेत्र में सात, मुजफ्फरपुर निर्वाचन क्षेत्र में छह, वैशाली निर्वाचन क्षेत्र में छह, सीतामढ़ी सह शिवहर निर्वाचन क्षेत्र में पांच व दरभंगा निर्वाचन क्षेत्र में 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
इसी प्रकार समस्तीपुर निर्वाचन क्षेत्र में आठ, मुंगेर सह जमुई सह लखीसराय सह शेखपुरा निर्वाचन क्षेत्र में 13, बेगूसराय सह खगड़िया निर्वाचन क्षेत्र में 12, भागलपुर सह बांका निर्वाचन क्षेत्र में सात, मधुबनी निर्वाचन क्षेत्र में छह, पूर्णिया सह अररिया सह किशनगंज निर्वाचन क्षेत्र में सात और कटिहार निर्वाचन क्षेत्र में छह प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.