अनुपम कुमार, पटना . मकर संक्रांति या उसके बाद के दो-तीन दिनों में पटना में इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू हो जायेगा.
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम को इसके लिए 10 इलेक्ट्रिक बसें 15 जनवरी तक मिल जायेगी.
गांधी मैदान से बेलीरोड होते दानापुर और गांधी मैदान से फुुलवारी होते पटना एम्स रूट पर शुरुआत में इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी.
माह के अंत तक ऐसी 25 बसें पटना में पहुंच जायेंगी और अगले चरण में इन्हें बिहारशरीफ, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में भी शुरू किया जायेगा.
एक करोड़ से भी अधिक कीमत की इन बसों को खरीदने की बजाय बीएसआरटीसी उसे निर्माता कंंपनी अशोक लीलैंड से किराया पर लेगी.
इसके एवज में मासिक आधार पर प्रति किमी परिचालन के अनुसार उसे किराये का भुगतान किया जायेगा. सभी इलेक्ट्रिक बसें एसी होंगी और सामान्य बसों से अधिक किराया लिया जायेगा.
शहर में इलेक्ट्रिक बसों की पहली खेप के पहुंचने के साथ ही ट्रायल लिया जायेगा. देखा जायेगा कि एक जगह से दूसरी जगह जाने में इसको कितना समय लगता है. इसके आधार पर तय किया जायेगा कि एक दिन में कितना ट्रिप करवाना है.
फुलवारी में इलेक्ट्रिक बसों का चार्जिंग स्टेशन बन रहा है जो 15 जनवरी से पहले पूरा हो जायेगा. अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि एक बार बैटरी को फुल होने में कितना समय लगेगा.
ट्रायल के दौड़ान चार्जिंग स्पीड को भी टेस्ट किया जायेगा. दो तरह की होंगी इलेक्ट्रिक बसें बीएसआरटीसी के द्वारा नगर सेवा में चलायी जानेवाली इलेक्ट्रिक बसें दो तरह की होंगी.
इनमें एक की लंबाई 12 मीटर होगी जिनमें 47 लोग बैठ सकेंगे जबकि दूसरी तुलनात्मक रूप से थोड़ी छोटी होगी जिसमें 37 लोग बैठ सकेंगे.
शहर बीएसआरटीसी के प्रशासक श्याम किशोर ने कहा कि को प्रदूषणमुक्त बनाने की दिशा में इलेक्ट्रिकल बसों की अनुकूल भूमिका को देखते हुए हमने इसे अपनाने का निर्णय लिया है.
पटना के बाद चरणबद्ध ढंग से बिहारशरीफ, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आने वाले शहरों में भी इस सेवा का विस्तार होगा.
Posted by Ashish Jha