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आइओसी के 75 चार्जिंग स्टेशन बन कर तैयार, 2022- 23 में 70 और स्टेशन खोलने का लक्ष्य
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सासाराम में नौ, मुजफ्फरपुर में आठ, पटना में पांच, पूर्वी चंपारण 6, सुपौल 6 और समस्तीपुर में 6 चार्जिंग स्टेशन स्थापित
सुबोध कुमार नंदन/पटना. सार्वजनिक पेट्रोलियम कंपनियों के पेट्रोल पंप पर इलेक्ट्रिक वाहन (इवी ) चार्जिंग स्टेशन स्थापित हो चुके हैं, लेकिन सूबे में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या कम होने से चार्जिंग स्टेशन विधिवत रूप से चालू नहीं हो पा रहे हैं. सासाराम जिले में सबसे अधिक नौ चार्जिंग स्टेशन लग चुके हैं. इसके अलावा मुजफ्फरपुर में आठ, पटना में पांच, पूर्वी चंपारण 6, सुपौल 6 और समस्तीपुर में 6 चार्जिंग स्टेशन हैं.
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और पब्लिक सेक्टर की दो दूसरी पेट्रोलियम कंपनियां (बीपीसीएल और एचपीसीएल) का सूबे में 150 इवी चार्जिंग स्टेशन लगाने का काम पूरा हो चुका है. इनमें इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन सूबे में 75 चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर चुकी है. इसमें पटना जिले में सुमन ऋषि फ्यूलस (जहानाबाद), अर्जुन फ्यूल सेंटर (पाली), लगन गौरव किशन सेवा केंद्र (मसौढ़ी, धनरवा), मंजू पेट्रोलियम (मसौढ़ी) और विनायक सर्विसेज (कनपा) में इवी चार्जिंग स्टेशन तैयार हो चुका है. इसके अलावा 26 जिलों में चार्जिंग स्टेशन तैयार हो चुके हैं, लेकिन व्यावसायिक रूप से काम शुरू नहीं हुआ है.
सार्वजनिक तेल कंपनियोंग्र से मिली जानकारी के अनुसार इससे भारत में 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन के टारगेट को हासिल करने में मदद मिलेगी. आइओसी ने वर्ष 2022-23 में 70 और चार्जिंग स्टेशन लगाने का लक्ष्य रखा है. इसके अलावा लगभग 40 बीपीसीएल और लगभग 35 एचपीसीएल पेट्रोल पंपों पर भी लगभग इवी चार्जिंग सुविधा स्थापित हो चुकी है. इंडियन ऑयल अगले तीन साल में करीब 10 हजार पेट्रोल पंपों पर इवी चार्जिंग की सुविधा स्थापित करेगी.